राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) की तरफ से द्रौपदी मुर्मू को राष्ट्रपति पद का उम्मीदवार बनाया गया है। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने इसकी घोषणा की। इस दौरान उन्होंने कहा कि स्वंय वे और राजनाथ सिंह ने कांग्रेस नेतृत्व के संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (संप्रग) के घटक दलों के साथ बातचीत की। लेकिन सर्वसम्मति की बात नहीं हो पायी। संप्रग ने आज अपने उम्मीदवार के नाम का ऐलान कर दिया। नड्डा ने कहा कि संप्रग की घोषणा के बाद राजग के घटक दलों के साथ बातचीत हुई और भाजपा संसदीय बोर्ड में 20 नामों पर चर्चा हुई।
नड्डा ने बताया कि इस चर्चा में इस बात पर लोगों की सहमति बनी कि पूर्वोत्तर क्षेत्र से किसी जनजातीय समाज को इस पद के लिए चुना जाए। आज तक इस पद पर किसी जनजातीय समाज की महिला को नहीं बिठाया गया। इसी को ध्यान में रखते हुए द्रौपदी मुर्मू के नाम पर सहमति बनी।
भाजपा मुख्यालय में आज राष्ट्रपति उम्मीदवार के नाम पर मंथन के लिए भाजपा की संसदीय बोर्ड की बैठक हुई, जिसमें प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी, भाजपा अध्यक्ष जे पी नड्डा, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी सहित संसदीय बोर्ड के अन्य सदस्य मौजूद रहे।
वहीं विपक्ष की बात करें तो उसने पूर्व केंद्रीय मंत्री यशवंत सिन्हा को अपना संयुक्त राष्ट्रपति पद का उम्मीदवार घोषित किया है। हालांकि इससे पहले विपक्ष ने शरद पवार, फारुख अब्दुल्ला और गोपाल कृष्ण गांधी को अपना उम्मीदवार बनाने प्रयास किया था, लेकिन इन लोगों ने साफ इंकार कर दिया था।
बता दें कि बीजेपी ने इस बार राष्ट्रपति पद के लिए जनजाति समाज के चेहरे के साथ एक महिला का चयन किया है। वह पेशे से शिक्षिका भी रह चुकी है। इसके अलावा झारखंड की राज्यपाल भी रह चुकी हैं। द्रौपदी मुर्मू अगर चुनाव जीतती हैं तो वह जनजाति समाज से देश की पहली राष्ट्रपति होंगी।
दो बार विधायक और एक बार मंत्री रह चुकी हैं मुर्मू
द्रौपदी मुर्मू ओडिशा के मयूरभंज जिले की रहने वाली हैं और ओडिशा में दो बार रायरंगपुर विधानसभा क्षेत्र से बीजेपी विधायक रही हैं। वह भाजपा-बीजू जनता दल की ओडिशा में बनी गठबंधन सरकार में मंत्री भी रह चुकी हैं। वह जनजाति समाज से देश की पहली महिला राज्यपाल भी रही हैं। 64 वर्षीय द्रौपदी मुर्मू 2000 में झारखंड के गठन के बाद से पहली ऐसी राज्यपाल थीं, जिन्होंने अपना कार्यकाल पूरा किया था।
बता दें कि मौजूदा राष्ट्रपति श्री रामनाथ कोविंद का कार्यकाल 24 जुलाई को समाप्त हो रहा है। 18 जुलाई को राष्ट्रपति चुनाव होंगे और 21 जुलाई को परिणाम घोषित किए जाएंगे। नामांकन की आखिरी तारीख 29 जून है। 25 जुलाई को नए राष्ट्रपति का शपथ ग्रहण होगा। इस साल कुल 4809 इलेक्टर वोट करेंगे। इसके अलावा कोई भी राजनीतिक दल अपने सदस्यों के लिए व्हिप जारी नहीं कर सकता है।
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