अग्निपथ योजना के एलान के बाद देशभर के कई इलाकों में विरोध-प्रदर्शन हो रहे हैं। इसी बीच राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल सामने आए हैं। एक समाचार एजेंसी को दिए इंटरव्यू में उन्होंने अग्निपथ योजना को समय की जरूरत बताया है। उन्होंने कहा कि भारत में, भारत के चारों तरफ माहौल बदल रहा है, जो हम कल कर रहे थे अगर वही भविष्य में भी करते रहे तो हम सुरक्षित रहेंगे ये जरूरी नहीं। यदि हमें कल की तैयारी करनी है तो हमें परिवर्तित होना पड़ेगा।
राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल ने कहा कि हालात को देखते हुए संरचना में बदलाव करना होगा। अग्निपथ योजना पर उन्होंने कहा कि 25 साल से CDS का यह मुद्दा पड़ा हुआ था। राजनीतिक इच्छाशक्ति न होने के कारण इसको अमल में नहीं लाया जा सका था। भविष्य की जरूरत को देखते हुए फैसले लेने पड़ते हैं। हालात को देखते हुए संरचना में बदलाव करना होगा। पिछले 8 सालों में इसमें बहुत सारे सुधार हुए हैं। आज हमारे डिफेंस एजेंसी की अपनी स्पेस की स्वतंत्र एजेंसी है। सेना की आधुनिकता के लिए सरकार नए हथियार खरीद रही है। हमें अपनी सेना को विश्व स्तरीय सेना बनाना है। आज भारत में बनी AK-203 के साथ नई असॉल्ट राइफल को सेना में शामिल किया जा रहा है। यह दुनिया की सबसे अच्छी असॉल्ट राइफल है। सैन्य उपकरणों में बहुत प्रगति की जा रही है।
#WATCH LIVE | NSA Ajit Doval speaks to ANI's Smita Prakash on the #AgnipathRecruitmentScheme and other internal security issues https://t.co/DJ87xXO8j9
— ANI (@ANI) June 21, 2022
राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल ने कहा कि अग्निपथ योजना को वापस लेने का कोई सवाल ही नहीं है। अकेले अग्निवीर पूरी आर्मी कभी नहीं होंगे, अग्निवीर सिर्फ पहले 4 साल में भर्ती किए गए जवान होंगे। बाकी सेना का बड़ा हिस्सा अनुभवी लोगों का होगा। 4 साल बाद जो अग्निवीर नियमित होंगे उन्हें गहन प्रशिक्षण दिया जाएगा। डोभाल ने यह भी कहा कि कोई भी रेजिमेंट की अवधारणा के साथ छेड़छाड़ नहीं कर रहा है। रेजिमेंटल सिस्टम खत्म नहीं हुआ है।
अग्निपथ योजना के खिलाफ प्रदर्शन पर अजीत डोभाल ने कहा कि इसमें दो तरह के प्रदर्शन हो रहे हैं, एक तो वे हैं जिन्हें चिंता है, उन्होंने देश की सेवा भी की है। जब भी कोई बदलाव आता है कुछ चिंताएं उसके साथ आती हैं। हम इसे समझ सकते हैं। जैसे-जैसे उन्हें पूरी बात का पता चल रही है वे समझ रहे हैं। जो दूसरा वर्ग है उन्हें न राष्ट्र से कोई मतलब है, न राष्ट्र की सुरक्षा से मतलब है। वे समाज में टकराव पैदा करना चाहते हैं। वे ट्रेन जलाते हैं, पथराव करते हैं, प्रदर्शन करते हैं। वे लोगों को भटकाना चाहते हैं।
राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल ने कहा कि अगर हमें अपने हित की सुरक्षा करनी है तो हम फैसला करेंगे कि हमें कब, किसके साथ, किस आधार पर शांति स्थापित करनी है। हम पाकिस्तान सहित अपने पड़ोसी देशों के साथ अच्छे संबंध चाहते हैं, परन्तु आतंकवाद के लिए सहिष्णुता नहीं है। इससे हम प्रभावी रूप से निपट रहे हैं। 2019 के बाद से कश्मीर के लोगों की सोच में बदलाव आया है, वे अब पाकिस्तान और आतंकवाद के पक्ष में नहीं हैं। कुछ युवा गुमराह हैं, कुछ आतंकी संगठन अभी भी सक्रिय हैं, हम उनसे लड़ रहे हैं।
राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल ने कहा कि हमारा चीन के साथ सीमा क्षेत्र को लेकर विवाद बहुत समय से है। चीन को स्पष्ट है कि हम किसी भी तरह का उल्लंघन बर्दाश्त नहीं करेंगे। चर्चा से समाधान की कोशिश लगातार जारी है। हम ये भी सुनिश्चित कर रहे हैं कि पूरी तरह अपनी सीमा की सुरक्षा करें।
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