यूपी के फतेहपुर जिले मे मंगलवार को करोड़ों रुपये कमाने का लालच देकर हिन्दू युवाओं का कन्वर्जन कराने के एक रैकेट का पुलिस ने पर्दाफाश किया है। पुलिस ने तीन नामजद और कई अज्ञात लोगों के खिलाफ धर्म परिवर्तन और धोखाधड़ी का मामला दर्ज करते हुए तीन आरोपियों को गिरफ्तार करके जेल भेज दिया है।
जिले में नौकरी और उस नौकरी के जरिए लाखों कमाने का हिन्दू युवाओं को लालच दिखाकर कन्वर्जन कराने का काफी समय से एक रैकेट चल रहा था। गैर जनपदों से हिंदू युवाओं को नौकरी का झांसा देकर बुलाते थे। फिर उनको धन-दौलत का लालच देकर उनका ब्रेन वॉश करने का काम किया जाता था। इस काम में एक दो नहीं दर्जनों लोग लगे काम कर रहे थे।
बनारस के पीड़ित सुधांशु चौहान को भी यहीं ख्वाब दिखाकर फतेहपुर लाया गया था। जहां उसे धन-दौलत का लालच देकर मुस्लिम समुदाय को महान और बाकी धर्म, पंथ को कमतर बताने का काम किया जा रहा था। इस काम में मौलवी भी शामिल थे जो मस्जिद के मदरसे में करीब 50 हिंदुओं पर मुस्लिम पंथ अपनाने की बात करते थे। वहीं कुछ युवाओं ने जब इसका विरोध किया तो उन्हें रुपये-पैसे का लालच व झांसा देकर इस काम के लिए राजी करने में जुट गए थे। इस दौरान सभी बच्चों के फोन को जमा कर लिया था। किसी से मिलने जुलने और बातचीत तक करने नहीं दी जाती था। लेकिन किसी तरह सुधांशु ने अपने परिजनों को पूरा मामला बताया तब जाकर पूरा मामला खुलकर सामने आ गया है।
सुधांशु के परिजनों ने पुलिस से शिकायत कर अपने पुत्र को इस रैकेट से छुड़ाने की गुहार लगाई। पुलिस ने मामले में जिन तीन लोगों को गिरफ्तार किया है। मोहसीन, यासीन दोनों फर्रखाबाद जिले के रहने वाले है और तीसरा मोहम्मद अलीम फतेहपुर का रहने वाला है। इसके साथ और भी लोग थे जिनकी तलाश में पुलिस जुट गई है।
क्षेत्राधिकारी दिनेश चन्द्र मिश्र ने बताया कि पीड़ित सुधांशु के परिजनों की शिकायत पर कन्वर्जन कराने वाले रैकेट के खिलाफ पुलिस ने कार्रवाई की है। यह रैकेट जिले में काफी समय से काम कर रहा था। तीन नामजद अभियुक्तों को गिरफ्तार किया गया है। फरार अन्य कई लोग जो इस कन्वर्जन के खेल में शामिल थे, उनकी गिरफ्तारी के प्रयास किये जा रहे हैं। उन्हें भी गिरफ्तार कर लिया जाएगा।
(सौजन्य सिंडिकेट फीड)
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