उल्लेखनीय है कि 27 सितंबर 2014 को भारत के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की पहल और प्रयासों के बाद, संयुक्त राष्ट्र संघ द्वारा 11 दिसंबर 2014 को 21 जून के दिन को अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के तौर पर मनाए जाने की घोषणा की गई थी। इसके बाद से लगभग 192 देश सोत्साह यह दिवस मनाते आ रहे हैं।
चीन में भी अंतरराष्ट्रीय योग दिवस उत्साह के साथ मनाया जाता रहा है। राजधानी बीजिंग में भारतीय दूतावास में आयोजित उस कार्यक्रम में जिस तरह चीनियों ने बड़ी संख्या में सहभागिता की उससे स्पष्ट है कि भारतीय संस्कृति के प्रति वहां कितना रुझान है। राजदूत प्रदीप कुमार रावत और उपराजदूत डॉ. एक्विनो विमल खुद इस कार्यक्रम में मौजूद रहे।
इस मौके पर भारतीय दूतावास प्रदीप कुमार ने एक ट्वीट में लिखा कि ‘मैं’ को ‘हम’ और ‘हम’ को ‘विश्व’ से जोड़ते हुए बीजिंग के योग में रुचि रखने वाले लोग आज सुबह योग को लेकर आमजन में जागरण लाने के लिए एकजुट हुए’। रावत ने महामारी के दौर में योग की महत्ता के संदर्भ में कहा कि कोविड ‘टाइम किलर’ है तो योग ‘कोविड किलर’ है। इस अवसर पर उन्होंने इस साल के अंतरराष्ट्रीय योग दिवस से पहले दूतावास द्वारा किए जाने वाले विभिन्न कार्यक्रमों के साथ ही डिजिटल अभियानों के बारे में भी बताया, जिसमें आसन क्रियाएं, फोटो और वीडियो प्रतियोगिताएं शामिल हैं।
शंघाई, ग्वांगझू तथा हांगकांग में भारतीय वाणिज्य दूतावास हैं। वहां उन दूतावासों के अलावा चीन में कार्यरत योग के 75 विद्यालय भी राजदूतावास इंडिया हाउस में आयोजित कार्यक्रम से जुड़े थे। इस बार इस कार्यक्रम का एक विशेष आकर्षण था ‘ड्रीम योगा’ की स्टील प्रतिमा, जिसे बीजिंग में रह रहीं भारतीय कलाकार गुरजिंदर कौर ने तैयार किया है। बीजिंग के बाहर कार्यरत अनेक योग विद्यालयों के कई चीनी योग शिक्षकों ने योग सत्र में भाग लिया।
इस वर्ष अंतरराष्ट्रीय योग दिवस 2022 का मुख्य आयोजन कर्नाटक के मैसूर नगर में होगा जहां प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मैसूर पैलेस मैदान में अंतरराष्ट्रीय योग दिवस समारोह में सम्मिलित होंगे। 15,000 लोगों के इस कार्यक्रम में सम्मिलित होने की उम्मीद की जा रही है। कार्यक्रम में संसद सदस्य, कर्नाटक सरकार के मंत्रियों, योग गुरुओं और अन्य संस्थानों के प्रतिनिधि शामिल रहेंगे।
उल्लेखनीय है कि इस वर्ष अंतरराष्ट्रीय योग दिवस का थीम है ‘मानवता के लिए योग’। यह थीम कोरोना महामारी के दौरान योग ने जो उल्लेखनीय भूमिका निभाई है उसका महत्व रेखांकित करने के उद्देश्य से तय किया गया है। सब जानते हैं कि कोरोना आपदा के दिनों में योग के सहारे लोगों को न केवल खुद को स्वस्थ और निरोगी रखा बल्कि सजग रहकर औरों की सेवा भी की। अस्पतालोें में चिकित्सक और सहायक स्टाफ भी योग करते हुए घंटों अनथक काम में जुटा रहा था।
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