पश्चिम बंगाल में भाजपा कार्यकर्ताओं का उत्पीड़न थमने का नाम नहीं ले रहा है। इसी कड़ी में पिछले दिनों पैगंबर मोहम्मद के बारे में कही गई बात को लेकर उन्मादियों ने राज्य में अलग—अलग स्थानों पर जमकर उत्पात मचाया। हिंसा और आगजनी को अंजाम दिया। लेकिन पुलिस इन उपद्रवियों को तो पकड़ नहीं पाई, उल्टे उसने हावड़ा में हुई हिंसा में एक भाजपा कार्यकर्ता श्रीकांत राय को गिरफ्तार किया था। अब उलबेड़िया उप कारागार में जेल हिरासत में उनकी मौत की खबर आई है। परिजनों ने पुलिस पर आरोप लगाया है कि हिरासत के दौरान पुलिस ने श्रीकांत की बेरहमी से पिटाई, जिसके कारण उनकी मौत हुई है। घटना के बाद परिजनों की ओर से लिखित में शिकायत भी दर्ज कराई गई है। हालांकि पुलिस इस घटना को रफादफा करने के लिए हथकड़े अपना रही है।
पुलिस ने आरोपों को नाकारा
राज्य पुलिस ने भाजपा कार्यकर्ता श्रीकांत राय के परिजनों के आरोपों से इंकार किया है। इस संबंध में पुलिस का कहना है कि श्रीकांत की जेल में तबियत बिगड़ गई थी। जिसके बाद उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां उनकी मौत हो गई। बता दें कि कि हावड़ा के उलबेड़िया इलाके में पिछले दिनों हिंसा हुई थी। इसी संबंध में पुलिस ने 10 जून को श्रीकांत राय को गिरफ्तार किया था।
भाजपा कार्यकर्ता हैं निशाने पर
विधान सभा चुनाव के बाद से एक तरफ टीएमसी के गुंडों का निशाना भाजपा कार्यकर्ता बन रहे हैं तो दूसरी ओर राज्य की पुलिस भी इन पर अत्याचार ढहा रही है। भाजपा कार्यकर्ताओं को झूठे मुकदमों में फंसाना, उन्हें हिरासत में लेना, उनके साथ मारपीट करना राज्य में आम बात हो गई है। पिछले कई महीनों से ऐसी दर्जनों घटनाएं प्रकाश में आई हैं, जब पुलिस की भूमिका संदिग्ध दिखाई दी है।
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