हल्द्वानी में कन्वर्जन कराने का मामला सामने आया है। बताया जा रहा है कि गौला नदी किनारे बसी श्रमिक बस्तियों में ईसाई मिशनरियां सक्रिय हैं। एक महिला का मतांतरण कराने को लेकर हुए बवाल में तीन ईसाई प्रचारकों को पुलिस ने पकड़ कर जेल भेज दिया है।
जानकारी के मुताबिक चिकित्सा सेवा और शिक्षा देने के बहाने ईसाई मिशनरियों द्वारा हल्द्वानी से लेकर लालकुआं तक बसी श्रमिक बस्तियों में गरीब और वंचित लोगों को ईसाई पंथ अपनाने के लिए तरह-तरह के प्रलोभन दिए जा रहे हैं। राजपुरा गौला नदी किनारे बस्ती से एक मतांतरण का मामला सामने आया है। यहां कुछ लोग एक महिला का मतांतरण कराने की कोशिश कर रहे थे। जैसे ही आसपास के लोगों को पता चला तो उन्होंने विरोध किया और पुलिस को जानकारी दी।
पुलिस के मौके पर नहीं पहुंचने से आक्रोशित लोगों ने कार्रवाई की मांग को लेकर पुलिस चौकी का घेराव कर दिया। लोगों का कहना है कि सोमवार को ईसाई समुदाय के कुछ लोग क्षेत्र में पहुंचे, जहां एक महिला पर जबरन मतांतरण करने का दबाव बनाया। इससे पहले भी ये लोग क्षेत्र में आकर मतांतरण करा चुके हैं। ये लोग वंचित और गरीब लोगों को मतांतरण के लिए रुपये व जमीन का लालच दे रहे हैं।
हिंदू संगठन के लोग चौकी में काफी देर तक हंगामा करते रहे। सूचना मिलने के बाद कोतवाल हरेंद्र चौधरी पुलिस कर्मियों के साथ मौके पर पहुंचे। उन्होंने लोगों को आश्वासन दिया कि मामले की निष्पक्ष जांच की जाएगी। बाद में कोतवाल हरेंद्र चौधरी ने बताया कि पीड़ित महिला की ओर से तहरीर के बाद पुलिस ने तीनों आरोपियों को गिरफ्तार करके जेल भेज दिया है
पीड़ित परिवार ने बताया कि ईसाई समुदाय के लोग बहुत दिनों से हमारी बेटी के पीछे पड़े हुए थे और हमें लालच दे रहे थे कि लड़की को नौकरी देंगे और तुम्हें मकान का भी बंदोबस्त करके देंगे। हमने विरोध किया तो धमकाने लगे, उसके बाद हमने पुलिस को खबर कर दी। हिंदू नेता पीयूष शर्मा का कहना है कि ईसाई मिशनरियों के प्रचारक यहां आकर यीशु मसीह का सत्संग करते हैं, फिर लोगों को ईसाई बनाने के लिए अपने षडयंत्र में फंसाते हैं। हम इसे सहन नहीं करेंगे।
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