डब्ल्यूटीओ में भारत ने खाद्य सुरक्षा और कोरोना प्रबंधन पर उठाया सवाल, विकसित देशों को दिखाई सही राह
July 12, 2025
  • Read Ecopy
  • Circulation
  • Advertise
  • Careers
  • About Us
  • Contact Us
android app
Panchjanya
  • ‌
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • अधिक ⋮
    • जीवनशैली
    • विश्लेषण
    • लव जिहाद
    • खेल
    • मनोरंजन
    • यात्रा
    • स्वास्थ्य
    • धर्म-संस्कृति
    • पर्यावरण
    • बिजनेस
    • साक्षात्कार
    • शिक्षा
    • रक्षा
    • ऑटो
    • पुस्तकें
    • सोशल मीडिया
    • विज्ञान और तकनीक
    • मत अभिमत
    • श्रद्धांजलि
    • संविधान
    • आजादी का अमृत महोत्सव
    • मानस के मोती
    • लोकसभा चुनाव
    • वोकल फॉर लोकल
    • जनजातीय नायक
    • बोली में बुलेटिन
    • पॉडकास्ट
    • पत्रिका
    • ओलंपिक गेम्स 2024
    • हमारे लेखक
SUBSCRIBE
  • ‌
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • अधिक ⋮
    • जीवनशैली
    • विश्लेषण
    • लव जिहाद
    • खेल
    • मनोरंजन
    • यात्रा
    • स्वास्थ्य
    • धर्म-संस्कृति
    • पर्यावरण
    • बिजनेस
    • साक्षात्कार
    • शिक्षा
    • रक्षा
    • ऑटो
    • पुस्तकें
    • सोशल मीडिया
    • विज्ञान और तकनीक
    • मत अभिमत
    • श्रद्धांजलि
    • संविधान
    • आजादी का अमृत महोत्सव
    • मानस के मोती
    • लोकसभा चुनाव
    • वोकल फॉर लोकल
    • जनजातीय नायक
    • बोली में बुलेटिन
    • पॉडकास्ट
    • पत्रिका
    • ओलंपिक गेम्स 2024
    • हमारे लेखक
Panchjanya
panchjanya android mobile app
  • होम
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • विश्लेषण
  • मत अभिमत
  • रक्षा
  • धर्म-संस्कृति
  • पत्रिका
होम विश्व

डब्ल्यूटीओ में भारत ने खाद्य सुरक्षा और कोरोना प्रबंधन पर उठाया सवाल, विकसित देशों को दिखाई सही राह

खाद्य सुरक्षा को लेकर विकसित और विकासशील देशों में फर्क साफ झलकता है। यही बात कोरोना टीकों पर भी लागू होती है। भारत ने मांग उठाई कि गरीब देशों को सामर्थ्यशाली देश कम पैसे में यह टीका उपलब्ध कराएं

by WEB DESK
Jun 15, 2022, 04:30 pm IST
in विश्व
बैठक में उपस्थित सदस्य देशों के वाणिज्य मंत्री

बैठक में उपस्थित सदस्य देशों के वाणिज्य मंत्री

FacebookTwitterWhatsAppTelegramEmail

जेनेवा में 12 जून से चल रहे विश्व व्यापार संगठन सम्मेलन यानी डब्ल्यूटीओ की बैठक में भारत ने खाद्य सुरक्षा पर विकसित देशों को आड़े हाथों लेते हुए उनकी नीतियों की जमकर आलोचना की और दुनिया के हित के लिए उनमें सुधार की मांग उठाई।

स्विट्जरलैंड में जेनेवा में दुनिया के विकासशील देशों की अपेक्षा के अनुरूप ही भारत ने असमानता के साथ ही विकसित तथा विकासशील देशों के बीच की खाई को पाटने की बात बलपूर्वक रखी। यहां 12वें मंत्रिस्तरीय सम्मेलन में भारत के प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व वाणिज्य और उद्योग मंत्री पीयूष गोयल कर रहे हैं। इसी सम्मेलन में दूसरे दिन भारत ने खाद्य सुरक्षा को लेकर विकसित देशों की नीतियों का उल्लेख किया और उनमें सुधार की मांग उठाई। साथ ही भारत ने यह मांग भी की कि विकासशील देशों को विकसित देशों से कोरोना के टीके सस्ती दरों पर मिलने चाहिए।

उल्लेखनीय है कि खाद्य सुरक्षा को लेकर विकसित और विकासशील देशों में फर्क साफ झलकता है। यही बात कोरोना टीकों पर भी लागू होती है। विकासशील देशों के पास महंगे टीके खरीदने के लिए पैसा नहीं है इसलिए भारत की यह मांग जायज ही है कि ऐसे देशों को सामर्थ्यशाली देश कम पैसे में यह जीवनरक्षक टीका उपलब्ध कराएं। भारत की मांग का विकासशील देशों ने खुलकर समर्थन किया है। उनका कहना है कि भारत ने उनके दिल की बात उठाकर बड़ा उपकार किया है। जेनेवा सम्मेलन में कोविड की स्थिति, रूस-यूक्रेन युद्ध, अंतरराष्ट्रीय बाजारों में खाने की चीजों की कमी और जरूरी चीजों की बढ़ती कीमतों पर चिंता जताई गई।

भारत के लिए सबसे महत्वपूर्ण विषय है न्यूनतम आधार मूल्य पर देश के खाद्यान्न खरीदी की सुरक्षा है। भारत को खाद्य सुरक्षा के लिए सार्वजनिक भंडारण की दिक्कतों का स्थायी समाधान खोजना होगा। जेनेवा के मंत्रिस्तरीय सम्मेलन में कई विषयों पर वार्ता चल रही है और इन्हीं में शामिल खाद्य सुरक्षा का मुद्दा सबसे महत्वपूर्ण है। दूसरी ओर, भारत ने विश्व व्यापार संगठन में एक विषय पर अपनी नाराजगी भी खुलकर व्यक्त की और वह विषय था कोविड महामारी की चुनौतियों का सामना करने में विफलता। भारत ने कहा कि विश्व व्यापार संगठन से अधिक सतर्कता बरतने की उम्मीद थी जिसमें संगठन नाकाम रहा। संगठन को आवाज उठानी चाहिए थी जब कुछ दवा कंपनियों ने कोरोना महामारी के बीच मुनाफा कमाने की ओछी मानसिकता का प्रदर्शन किया था।

वाणिज्य मंत्री पीयूष गोयल ने विकासशील और निर्धन देशों को रियायत देने और ऐसे मुश्किल वक्त में विकसित देशों से पैसे उधार लेने के बजाय इलाज तथा निदान पर और गौर करने की सलाह दी। उन्होंने कहा कि जब तक महामारी का कोई प्रावधान नहीं किया जाता है, तब तक इसका सामना करना मुश्किल होगा। विकासशील और विकसित देश विश्व व्यापार संगठन के मंत्रिस्तरीय सम्मेलन में कई मुद्दों पर आमने—सामने हैं। एक ओर, विकसित देश व्यापार के संदर्भ में सोचते हैं, तो दूसरी ओर विकासशील देश अपने नागरिकों और जीवित रहने के लिए संघर्ष करने वाले सभी लोगों के पक्ष में सोचते हैं।

Topics: ministersgenevawtopiyushgoyalmeetingfoodsecuritycovid19
ShareTweetSendShareSend
Subscribe Panchjanya YouTube Channel

संबंधित समाचार

राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प और राष्ट्रपति शी जिनपिंग  (File Photo)

क्या जिनेवा वार्ता से नरम पड़ेंगे Tariff पर भिड़े US-China के तेवर? क्या सीधी होंगी ट्रंप और जिनपिंग की टेढ़ी नजरें?

बांग्लादेश में हिंदू अल्पसंख्यकों को हिंसा, संपत्तियों पर कब्जा और उनके मंदिरों पर हमलों का सामना करना पड़ रहा है

Yunus-Sharif पर उठी उंगलियां, दोनों के राज में उनके इस्लामी देशों में हिन्दुओं पर हो रहा अत्याचार

बैठक में बीएसएफ महानिदेशक दलजीत सिंह चौधरी (बाएं) और बीजीबी डीजी मेजर जनरल मोहम्मद अशरफुज्जमां सिद्दीकी

India-Bangladesh Border Dispute: चार दिन चली बैठक बांग्लादेश के अक्खड़ रवैए से रही बेनतीजा

राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप (बाएं) और राष्ट्रपति शी जिनपिंग

America के विरुद्ध China ने खोला मोर्चा, Tariff बढ़ाने पर नाराज बीजिंग ने दी WTO में मुकदमे की धमकी

राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की अखिल भारतीय कार्यकारी मंडल की दो दिवसीय बैठक का हुआ शुभारंभ

External affiares minister dr S Jaishankar to join oath taking ceremony of Donald Trump

वर्ल्ड पॉवर बनने के लिए कड़ी मेहनत की जरूरत, विदेशमंत्री S जयशंकर ने ली राहुल गांधी की चुटकी, कहा ‘जीवन खटाखट नहीं’

टिप्पणियाँ

यहां/नीचे/दिए गए स्थान पर पोस्ट की गई टिप्पणियां पाञ्चजन्य की ओर से नहीं हैं। टिप्पणी पोस्ट करने वाला व्यक्ति पूरी तरह से इसकी जिम्मेदारी के स्वामित्व में होगा। केंद्र सरकार के आईटी नियमों के मुताबिक, किसी व्यक्ति, धर्म, समुदाय या राष्ट्र के खिलाफ किया गया अश्लील या आपत्तिजनक बयान एक दंडनीय अपराध है। इस तरह की गतिविधियों में शामिल लोगों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी।

ताज़ा समाचार

इब्न बतूता को मंदिर में मिला था पहचान छिपाकर रहने वाला मुस्लिम

700 साल पहले ‘मंदिर’ में पहचान छिपाकर रहने वाला ‘मुस्लिम जोगी’ और इब्न बतूता

Loose FASTag होगा ब्लैकलिस्ट : गाड़ी में चिपकाना पड़ेगा टैग, नहीं तो NHAI करेगा कार्रवाई

Marathi Language Dispute

‘मराठी मानुष’ के हित में नहीं है हिंदी विरोध की निकृष्ट राजनीति

यूनेस्को में हिन्दुत्त्व की धमक : छत्रपति शिवाजी महाराज के किले अब विश्व धरोहर स्थल घोषित

मिशनरियों-नक्सलियों के बीच हमेशा रहा मौन तालमेल, लालच देकर कन्वर्जन 30 सालों से देख रहा हूं: पूर्व कांग्रेसी नेता

Maulana Chhangur

कोडवर्ड में चलता था मौलाना छांगुर का गंदा खेल: लड़कियां थीं ‘प्रोजेक्ट’, ‘काजल’ लगाओ, ‘दर्शन’ कराओ

Operation Kalanemi : हरिद्वार में भगवा भेष में घूम रहे मुस्लिम, क्या किसी बड़ी साजिश की है तैयारी..?

क्यों कांग्रेस के लिए प्राथमिकता में नहीं है कन्वर्जन मुद्दा? इंदिरा गांधी सरकार में मंत्री रहे अरविंद नेताम ने बताया

VIDEO: कन्वर्जन और लव-जिहाद का पर्दाफाश, प्यार की आड़ में कलमा क्यों?

क्या आप जानते हैं कि रामायण में एक और गीता छिपी है?

  • Privacy
  • Terms
  • Cookie Policy
  • Refund and Cancellation
  • Delivery and Shipping

© Bharat Prakashan (Delhi) Limited.
Tech-enabled by Ananthapuri Technologies

  • Search Panchjanya
  • होम
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • विश्लेषण
  • लव जिहाद
  • खेल
  • मनोरंजन
  • यात्रा
  • स्वास्थ्य
  • धर्म-संस्कृति
  • पर्यावरण
  • बिजनेस
  • साक्षात्कार
  • शिक्षा
  • रक्षा
  • ऑटो
  • पुस्तकें
  • सोशल मीडिया
  • विज्ञान और तकनीक
  • मत अभिमत
  • श्रद्धांजलि
  • संविधान
  • आजादी का अमृत महोत्सव
  • लोकसभा चुनाव
  • वोकल फॉर लोकल
  • बोली में बुलेटिन
  • ओलंपिक गेम्स 2024
  • पॉडकास्ट
  • पत्रिका
  • हमारे लेखक
  • Read Ecopy
  • About Us
  • Contact Us
  • Careers @ BPDL
  • प्रसार विभाग – Circulation
  • Advertise
  • Privacy Policy

© Bharat Prakashan (Delhi) Limited.
Tech-enabled by Ananthapuri Technologies