सेना प्रमुख की कुर्सी संभालने के बाद पहली बार हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड से लगी चीन सीमा पर गए थल सेनाध्यक्ष जनरल मनोज पांडे ने शनिवार को अग्रिम चौकियों का दौरा किया। तीन दिवसीय दौरे के दूसरे दिन कमांडरों ने उन्हें मध्य क्षेत्र में वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) की मौजूदा सुरक्षा स्थिति से अवगत कराया। सेना प्रमुख ने केंद्रीय क्षेत्र में शामिल हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड सीमा पर तैनात सैनिकों के साथ बातचीत करके उनकी दृढ़ता और उच्च मनोबल को सराहा।
थल सेनाध्यक्ष जनरल मनोज पांडे वर्तमान में हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड राज्यों में वास्तविक नियंत्रण रेखा-एलएसी पर अग्रिम क्षेत्र के तीन दिवसीय दौरे पर हैं। भारतीय थल सेना प्रमुख का पदभार संभालने के बाद सेनाध्यक्ष का इस सेक्टर का यह पहला दौरा है। मध्य कमान के सेना कमांडर और उत्तर भारत क्षेत्र के जीओसी भी सेना प्रमुख के साथ इस दौरे पर हैं। भारतीय सेना ने एक ट्वीट में कहा कि सेना प्रमुख जनरल जनरल मनोज पांडे ने मध्य क्षेत्र के अग्रिम क्षेत्रों का दौरा किया और कमांडरों द्वारा मौजूदा सुरक्षा स्थिति के बारे में जानकारी दी गई। सीओएएस ने सैनिकों के साथ भी बातचीत की और उनकी दृढ़ता और उच्च मनोबल के लिए उनकी सराहना की।
थल सेना प्रमुख को अग्रिम चौकियों के दौरे पर स्थानीय कमांडर सीमाओं पर मौजूदा स्थिति के बारे में जानकारी दे रहे हैं। अग्रिम क्षेत्रों में परिचालन तैयारियों का प्रत्यक्ष मूल्यांकन करते हुए सेना प्रमुख के पर्वतारोहण कौशल और लंबी दूरी की गश्त सहित तैनात संरचनाओं की अधिक ऊंचाई वाली परिचालन क्षमताओं का प्रदर्शन देखने की योजना है। इस दौरान थल सेना प्रमुख इस क्षेत्र में जारी बुनियादी ढांचे और विकास कार्यों और अग्रिम क्षेत्रों में सेना-नागरिक संपर्क की भी समीक्षा कर रहे हैं। अपनी यात्रा के दौरान कमांडरों के साथ बातचीत करते हुए सेना प्रमुख ने सीमाओं पर सतर्कता और चौकसी की आवश्यकता पर बल दिया। उन्होंने रक्षात्मक मुद्रा में तेजी से सुधार और संरचनाओं की परिचालन तैयारी पर संतोष व्यक्त किया।
सेना प्रमुख ने लगातार निगरानी करने में आधुनिक तकनीक के समावेश की सराहना की। थल सेनाध्यक्ष ने अग्रिम चौकियों पर तैनात सैनिकों के साथ बातचीत के दौरान उनके उच्च मनोबल की सराहना की और उनसे पेशेवर उत्कृष्टता के उच्च मानकों को बनाए रखने का आह्वान किया। उन्होंने सीमावर्ती क्षेत्रों में परिचालन प्रभावशीलता और सतत विकास की दिशा में सेना, सीएपीएफ, नागरिक प्रशासन और पुलिस के बीच उत्कृष्ट तालमेल की भी सराहना की। पिछले महीने जनरल मनोज पांडे ने भारतीय सेना प्रमुख का पदभार संभालने के बाद पहली बार जम्मू-कश्मीर में नियंत्रण रेखा से लगे अग्रिम इलाकों का दौरा किया था।
टिप्पणियाँ