महाराष्ट्र में राज्यसभा चुनाव में राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के अध्यक्ष शरद पवार की भूमिका को लेकर शिवसेना नाराज हो गई है। इसी वजह से शिवसेना विधायक काफी देर बाद होटल ट्राईडेंट से विधान भवन में दाखिल हुए।
विधानभवन में शुक्रवार को सुबह 9 बजे से राज्यसभा की 6 सीटों के लिए मतदान हो रहा है। इस चुनाव में भाजपा की ओर से केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल, पूर्व मंत्री अनिल बोंडे, धनंजय महाडीक, शिवसेना की ओर से संजय राऊत, संजय पवार, राकांपा की ओर से पूर्व केंद्रीय मंत्री प्रफुल्ल पटेल और कांग्रेस की ओर से इमरान प्रतापगढ़ी इस तरह 7 उम्मीदवार अपनी तकदीर आजमा रहे हैं।
महाविकास आघाड़ी सरकार के सहयोगी दलों ने राज्यसभा के चारों उम्मीदवारों के लिए 42 वोटों का कोटा तय किया था लेकिन शरद पवार ने अचानक अपनी पार्टी के उम्मीदवार प्रफुल्ल पटेल के लिए यह कोटा 44 कर दिया। इसके बाद कांग्रेस पार्टी ने भी इमरान प्रतापगढ़ी के लिए यह कोटा 44 वोटों का कर दिया है। इससे शिवसेना नाराज हो गई है।
वर्तमान में महाराष्ट्र के 288 विधायकों में से 285 विधायक इस चुनाव में भाग ले रहे हैं। अंधेरी के विधायक रमेश लटके की मौत हो गई है, जिससे यह सीट फिलहाल रिक्त है। इसी तरह काटोल के विधायक पूर्व मंत्री अनिल देशमुख तथा मुंबई के अनुशक्तिनगर के विधायक व मंत्री नवाब मलिक को हाई कोर्ट ने मतदान की अनुमति नहीं दी है। इसे देखते हुए महाराष्ट्र में जीत के लिए 41 विधायकों के वोट का कोटा तय किया है।अचानक राकांपा तथा कांग्रेस की ओर से अपने उम्मीदवारों के वोट का कोटा बढ़ाए जाने से शिवसेना नाराज बताई जा रही है। भाजपा उम्मीदवार अनिल बोंडे ने कहा कि महाविकास आघाड़ी के इस कदम से भाजपा के तीनों उम्मीदवार विजयी होंगे।
शिवसेना प्रवक्ता संजय राऊत ने कहा कि महाविकास आघाड़ी सरकार के सभी चारों उम्मीदवार शाम को विजयी होंगे, इसमें कोई शक नहीं है। संजय राऊत ने कहा कि भाजपा ही इस तरह का भ्रम फैलाने का प्रयास कर रही है, जबकि इस तरह की कोई बात नहीं है।
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