उत्तराखंड : केदारनाथ यात्रा मार्ग पर घोड़े खच्चरों की मौत पर मुख्यमंत्री धामी हुए चिंतित

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उत्तराखंड ब्यूरो

केदारनाथ पैदल यात्रा मार्ग पर एक माह में सौ से ज्यादा घोड़े खच्चरों की मौत पर मुख्यमंत्री धामी ने चिंता जाहिर की है। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी  ने पशु पालन सचिव को इस बारे में रिपोर्ट देने को कहा है। उन्होंने कहा कि केदारनाथ धाम और श्री हेमकुंड साहिब यात्रा मार्ग पर चलने वाले घोड़ा खच्चर की नियमित स्वास्थ्य परीक्षण कराया जाए और उन्हे पर्याप्त भोजन, पानी की व्यवस्था सुनिश्चित की जाए।उन्होंने कहा कि चंद रुपयों की लालच में पशु स्वामी अपने जानवरों के साथ सही तरीके से पेश नही आ रहे है जिसकी वजह से उनकी जान जा रही है।

सीएम धामी के निर्देश पर पशु पालन मंत्री सौरभ बहुगुणा ने केदारनाथ मार्ग पर घोड़े खच्चर मालिको के साथ बातचीत कर उन्हे हिदायत भी दी और कहा कि यदि आप पशुओं के साथ ज्यादती करेंगे तो प्रशासन सख्ती करेगा। उन्होंने जिलाधिकारियों को भी कह दिया है कि वो पशु पालन विभाग के चिकित्सकों को यात्रा ड्यूटी पर लगाए। पशु पालन मंत्री ने यात्रा मार्ग में पशु आहार की भी उचित व्यवस्था करने के लिए जिला प्रशासन को निर्देशित किया है, उन्होंने कहा कि घोड़े खच्चर की मौतें चिंताजनक है और इनके मालिको को खुद भी ये ध्यान रखना होगा कि वो इनको प्रताड़ित तो नही कर रहे है।

मुख्यमंत्री धामी की नाराजगी के बाद  पशुपालन विभाग में  सचिव  डॉ. वी.वी.आर.सी पुरुषोत्तम ने जानकारी देते हुए बताया कि श्री केदारनाथ धाम यात्रा मार्ग में हो रही पशुओं की मृत्यु पर विभाग पूरी तरह से गंभीर है। उन्होंने जानकारी दी कि पशुपालन विभाग यात्रा मार्ग पर निरंतर स्थिति का निरीक्षण कर रहा है। विभाग द्वारा पशुओं को निरंतर चिकित्सा एवं उनके मालिकों को सुविधाएं प्रदान की जा रही है।

उन्होंने जानकारी दी की केदारनाथ यात्रा मार्ग में अभी तक 140 पशुओं की मृत्यु हुई है। विभाग द्वारा अभी तक 6880 पशुओं का निरीक्षण किया गया है। जिनमें 1804 पशुओं को चिकित्सा प्रदान की गई है। तथा 118 पशुओं को यात्रा हेतु अयोग्य पाया गया। इसके साथ ही 91 पशु मालिकों के चालान भी किए गए हैं। 411 पशुओं को यात्रा प्रतिभाग से ब्लॉक भी किया गया तथा 09 एफ आई आर भी दर्ज़ की गई है। साथ ही निरंतर पानी की चारियों की सफाई व्यवस्था की जा रही है।

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