कोरोना के नियंत्रण होने के बाद इस बार लखनऊ विश्वविद्यालय में काफी संख्या में विदेशी छात्र-छात्राएं दाखिला लेना चाहते हैं. अगले शैक्षणिक सत्र में दाखिले में लिए 50 देशों से अभी तक 801 आवेदन आए हैं. विद्यार्थियों की संख्या गत वर्ष की अपेक्षा काफी अधिक है. लखनऊ विश्वविद्यालय में पहली बार उज़्बेकिस्तान, त्रिनिदाद, टोबैगो, अंगोला, तुर्कमेनिस्तान, लिथुआनिया, गिनी, सिएरालीओन देशों के विद्यार्थियों ने भी दाखिले के लिए आवेदन किया है.
लखनऊ विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफ़ेसर आलोक कुमार राय ने बताया कि लखनऊ विश्वविद्यालय में अंतरराष्ट्रीय छात्र-छात्राओं को उत्कृष्टतम अवसर प्रदान करने के लिए विभिन्न सुविधाएं उपलब्ध कराई जा रही हैं. उनके पठन – पाठन एवं उज्जवल भविष्य के लिए निरंतर प्रयास किया जा रहा है. लखनऊ विश्वविद्यालय में पठन- पाठन और शोध का उत्कृष्ट वातावरण बनाने के लिए लगातार प्रयास किया गया है.
मॉरीशस, सूडान , मलावी, इंडोनेशिया, नेपाल, बांग्लादेश, तंजानिया, विएतनाम, सीरिया, जापान, मालदीव, जाम्बिया, थाईलैंड, बुरुंडी, लिथुआनिया, गिनी, मडागास्कर, इथियोपिया, मोरक्को, लाओस, केन्या, तुर्कमेनिस्तान,चाड, लेसोथो, गैम्बिया, सोमालिया, जॉर्डन, यमन, युगांडा, लाइबेरिया, घाना, बोत्सवाना, रवांडा, कम्बोडिया, श्रीलंका,ताजिकिस्तान, ईरान,इराक, त्रिनिदाद, अफगानिस्तान सहित पचास देशों से दाखिले के लिए आवेदन लखनऊ विश्वविद्यालय को प्राप्त हुए है. इस बार अफ्रीकी देशों से सबसे ज्यादा आवेदन आये हैं.
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