दुबई में गिरफ्तार किए गए अतुल और राजेश गुप्ता को लेकर दक्षिण अफ्रीका और यूएई में हलचल है, लेकिन उनकी सहारनपुर और देहरादून की कोठियों में सन्नाटा पसरा हुआ है। गुप्ता बंधुओं पर 2011 में राष्ट्रपति रहे जैकब जुमा के साथ मिलकर सरकार में भ्रष्टाचार करने का आरोप है।
सहारनपुर के मूल निवासी अतुल और राजेश गुप्ता ने सोप स्टोन के काम की शुरुआत करते हुए मसाले का कारोबार किया और करीब 27 साल पहले दक्षिण अफ्रीका में अपने कारोबार की जड़े जमानी शुरू की। जानकारी के मुताबिक पिछली जैकब जुमा की सरकार के समय उन्होंने राष्ट्रपति के साथ कथित रूप से नजदीकियां बढ़ाते हुए कई सरकारी ठेके और माइंस हासिल की। कहा जाता है कि इनमें जैकब जुमा की भी मिलीभगत थी और उनकी सरकार इसी मुद्दे पर चली गई। नई सरकार ने आते ही पुराने मामले खोलते हुए पूर्व राष्ट्रपति के साथ-साथ गुप्ता बंधुओं को भी भ्रष्टाचार में आरोपी बनाया।
गिरफ्तारी की डर से फरार गुप्ता बंधु दुबई और भारत में आकर रहने लगे। भारत में उनके परिवार के सदस्य की ओली में की गई शादी ने खूब सुर्खियां बटोरी थी। दक्षिण अफ्रीका से उनके खिलाफ लुकआउट नोटिस और इंटरपोल के जरिए भी वारंट जारी हुए और उनकी बीते दिनों दुबई से गिरफ्तारी हो गई। गुप्ता बंधुओं की गिरफ्तारी के बाद अफ्रीका और दुबई में राजनीतिक सरगर्मियां खासी तेज रहीं। तमाम वकीलों ने उनकी रिहाई को लेकर अदालत के दरवाजे खटखटाए हैं, लेकिन अभी तक उन्हें सफलता नहीं मिली है। खबर है कि हाई प्रोफाइल मामला होने की वजह से कई देशों ने इस मामले में चुप्पी साधी हुई है। उधर भारत में इनके दिल्ली, सहारनपुर और देहरादून की कोठियों में सन्नाटा पसरा हुआ है। यहां से उनके पारिवारिक सदस्य भी पहले ही जा चुके थे। जानकारी के मुताबिक परिवार के लोग इन घरों में आते जाते रहे हैं।
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