बिहार मेें चाय की प्याली से उठा तूफान, उच्च शिक्षित युवा चला रहे चाय की दुकान
July 12, 2025
  • Read Ecopy
  • Circulation
  • Advertise
  • Careers
  • About Us
  • Contact Us
android app
Panchjanya
  • ‌
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • अधिक ⋮
    • जीवनशैली
    • विश्लेषण
    • लव जिहाद
    • खेल
    • मनोरंजन
    • यात्रा
    • स्वास्थ्य
    • धर्म-संस्कृति
    • पर्यावरण
    • बिजनेस
    • साक्षात्कार
    • शिक्षा
    • रक्षा
    • ऑटो
    • पुस्तकें
    • सोशल मीडिया
    • विज्ञान और तकनीक
    • मत अभिमत
    • श्रद्धांजलि
    • संविधान
    • आजादी का अमृत महोत्सव
    • मानस के मोती
    • लोकसभा चुनाव
    • वोकल फॉर लोकल
    • जनजातीय नायक
    • बोली में बुलेटिन
    • पॉडकास्ट
    • पत्रिका
    • ओलंपिक गेम्स 2024
    • हमारे लेखक
SUBSCRIBE
  • ‌
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • अधिक ⋮
    • जीवनशैली
    • विश्लेषण
    • लव जिहाद
    • खेल
    • मनोरंजन
    • यात्रा
    • स्वास्थ्य
    • धर्म-संस्कृति
    • पर्यावरण
    • बिजनेस
    • साक्षात्कार
    • शिक्षा
    • रक्षा
    • ऑटो
    • पुस्तकें
    • सोशल मीडिया
    • विज्ञान और तकनीक
    • मत अभिमत
    • श्रद्धांजलि
    • संविधान
    • आजादी का अमृत महोत्सव
    • मानस के मोती
    • लोकसभा चुनाव
    • वोकल फॉर लोकल
    • जनजातीय नायक
    • बोली में बुलेटिन
    • पॉडकास्ट
    • पत्रिका
    • ओलंपिक गेम्स 2024
    • हमारे लेखक
Panchjanya
panchjanya android mobile app
  • होम
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • विश्लेषण
  • मत अभिमत
  • रक्षा
  • धर्म-संस्कृति
  • पत्रिका
होम भारत

बिहार मेें चाय की प्याली से उठा तूफान, उच्च शिक्षित युवा चला रहे चाय की दुकान

पटना, आरा, दरभंगा, गोपालगंज जैसे शहरों में वे युवा चाय की दुकान चला रहे हैं, जो उच्च शिक्षित हैं। इनके पास इतना हुनर है कि कहीं नौकरी भी कर सकते हैं, लेकिन बेरोजगार युवाओं को स्वावलंबी बनाने के लिए ये लोग चाय की दुकान चला रहे हैं और अच्छी कमाई कर रहे हैं।

by संजीव कुमार
Jun 7, 2022, 01:43 pm IST
in भारत, बिहार
गोपालगंज स्थित कमांडो चायवाला

गोपालगंज स्थित कमांडो चायवाला

FacebookTwitterWhatsAppTelegramEmail

बिहार का नाम आते ही बेरोजगारी से जूझते युवाओं की तस्वीर सामने आती है। एक ऐसी युवा शक्ति जिसका सपना सिर्फ नौकरी करना होता है, लेकिन अब बिहार के युवा नौकरी के मोह से उबरने लगे हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आत्मनिर्भर भारत के सपने को अब यहां के युवा साकार करने लगे हैं। कोरोना काल से उबरने के बाद बिहार में स्टार्ट-अप की बहार आ गई है। चाय का स्टॉल युवाओं को सबसे प्रिय लग रहा है। पटना में चाय बेचने वाली दो लड़कियों की चर्चा सबके जुबान पर है। दोनों 25 वर्ष से कम की हैं और दोनों उच्च शिक्षित हैं। इसके बावजूद नौकरी न करके इन दोनों ने इस वर्ष चाय का व्यवसाय शुरू किया है। आईआईटी से पढ़कर निकले चार युवाओं ने आरा में चाय का व्यवसाय शुरू किया है।
आरा के रमना मैदान के निकट आईआईटियन चाय वाला नाम से चल रहा टी-स्टाल राहगीरों को लुभा रहा है। स्वाद से भी यहां की चाय ने अलग पहचान बनाई है। जब लाल कुल्हड़ में सुगंधित चाय उड़ेली जाती है, तो उससे निकला स्वाद मन में ताजगी भर देता है। नाम के अनुरूप यह टी स्टाल आईआईटी और विभिन्न संस्थानों में पढ़ाई के रहे तकनीकी छात्रों के दिमाग की उपज है।
चाय स्टॉल खोलने का विचार मद्रास आईआईटी में डेटा साइंस से बीएससी कर रहे छात्र रणधीर कुमार का है। उनके साथ देश के अलग-अलग संस्थानों में पढ़ रहे चार दोस्तों ने रोजगार सृजन के लिए यह स्टार्ट—अप शुरू किया। इसमें खड़गपुर आईआईटी में प्रथम वर्ष के छात्र जगदीशपुर के अंकित कुमार, बीएचयू में पढ़ रहे इमाद शमीम और एनआईटी सूरतकल में पढ़ रहे सुजान कुमार का सहयोग है।
अब इनकी योजना 2022 के अंत तक देशभर में 300 स्टॉल खोलने की है। स्टार्ट—अप को आगे बढ़ाने के लिए वे वित्तीय संस्थानों से मदद लेंगे। इनके स्टॉल पर 10 प्रकार की चाय सिर्फ मिट्टी के कुल्हड़ में मिलती है।
गोपालगंज के कमांडो चायवाले भी इन दिनों सुर्खियों में हैं। बता दें कि इन दिनों एनएसजी कमांडो मोहित पांडेय की तैनाती दिल्ली में है। वे 39 दिन की छुट्टी पर घर आए हैं। मोतिहारी के रामगढ़वा थानांतर्गत सिंहासिनी गांव के रहने वाले मोहित ने अपनी छुट्टी का उपयोग युवाओं को प्रेरणा देने के लिए किया। कहने से अच्छा करके दिखाना होता है। लिहाजा उन्होंने गोपालगंज के मौनिया चौक के समीप ठेले पर 29 मई से चाय बेचना शुरू किया, ताकि रोजगार की रट लगाने वाले युवाओं को प्रेरणा मिल सके। इनकी दुकान पर लिखा है ‘कमांडो चाय अड्डा’। यह चाय अड्डा लोगों को खूब लुभा रहा है।
वहीं वाराणसी स्थित महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ से अर्थशास्त्र में स्नातक प्रियंका गुप्ता पटना के बोरिंग रोड पर चाय बेचती हैं। प्रियंका पूर्णिया के बनमनखी की रहने वाली हैं। प्रियंका ने 2019 में स्नातक की पढ़ाई पूरी की। 2020 में कोरोना के चलते लॉकडाउन लग गया। इसके बाद उन्होंने नौकरी के लिए प्रयास किया, लेकिन ढंग की नौकरी नहीं मिली। फिर उन्होंने कुछ नया करने की सोची। नेट पर ही उन्हें 25 वर्षीय एमबीए चायवाले प्रफुल्ल बिल्लोरे की कामयाबी की जानकारी हुई और बस प्रियंका ‘ग्रेजुएट चायवाली’ बनने के लिए चल पड़ीं।

*घर से बैंकिंग का बहाना बना कर निकली*

इस वर्ष जनवरी में प्रियंका ने अपने घर वालों को बताया कि प्रतियोगिता परीक्षा की तैयारी करनी है और यह कहकर वह पटना आ गईं। पटना में उन्होंने बैंक से कर्ज लेने का प्रयास किया ,लेकिन उन्हें कर्ज नहीं मिल पाया। इसके बाद उन्होंने अपने एक दोस्त से 30,000 रु उधार लिए और प्रतिष्ठित पटना विमेंस कॉलेज के मुख्य द्वार के पास 11 अप्रैल से चाय बेचना शुरू किया। इनकी ‘टैग लाइन’ है— *पीना ही पड़ेगा*। अब प्रियंका पटना की पहचान बन चुकी हैं। इनके पास चाय पीने के लिए सांसद चिराग पासवान, अक्षरा सिंह जैसे लोग आ चुके हैं।
प्रियंका का स्टॉल मई माह से बोरिंग रोड पर आ गया है। स्टॉल का स्वरूप भी बदल गया है। प्रियंका चार प्रकार की चाय बनाती हैं। उन्होंने अपनी दुकान के बाहर लिखा है, ‘लोग क्या सोचेंगे अगर ये भी हम सोचेंगे तो फिर लोग क्या सोचेंगे’। वहीं एक दूसरे पोस्टर में उन्होंने यह संदेश देने का प्रयास किया है कि भारत के युवा आत्मनिर्भरता की ओर कदम बढ़ा चुके हैं। प्रियंका की तारीफ करते हुए गीतकार आनंद बक्शी के बेटे और लेखक राकेश आनंद बक्शी ने अपने ट्वीट में लिखा है, ”आपको हिम्मत मिले प्रियंका। अपनी आर्थिक सुरक्षा की खुद जिम्मेवारी ली।”

प्रियंका से मिलती—जुलती कहानी पटना के गांधी मैदान के पास बापू सभागार के सामने चाय स्टॉल लगाने वाली मोना पटेल की है। मोना पटेल ने अपने स्टॉल का नाम ‘आत्मनिर्भर चायवाली’ रखा है। मोना पटेल ने पटना के जे डी विमेंस कॉलेज से बीसीए की पढ़ाई की है। मोना भी पूर्णिया की रहने वाली है। आत्मनिर्भर टी स्टॉल पर काफी भीड़ रहती है। बीसीए करने के बाद मोना पटेल को नौकरी भी मिली, लेकिन वेतन कम होने के कारण उन्होंने नौकरी छोड़ दी। उसके बाद उन्होंने चाय की दुकान लगाना ठीक समझा और आज वह अच्छा पैसा कमा रही हैं। उनके स्टॉल में 10 प्रकार की चाय उपलब्ध है।
पटना में लड़कियों द्वारा शुरू किए गए स्टॉल को मनोवैज्ञानिक और प्रसिद्ध सिने विश्लेषक प्रो जय देव बिहार के लिए एक सकारात्मक पहल मानते हैं। वे कहते हैं, ”मोना पटेल और प्रियंका गुप्ता ने चाय की दुकान खोलकर बेरोजगारों को सजग किया है कि किसी भी काम को छोटा मत समझो और नौकरी नहीं मिली तो निराश भी मत हो। अपना काम शुरू करो और आत्मनिर्भर बनो।”
दरभंगा के रहने वाले अनुराग अच्छी नौकरी छोड़कर चाय बेच रहे हैं। बीटेक कर चुके अनुराग आज दरभंगा के जाने—माने लोगों में शामिल हो गए हैं। वे युवाओं के बीच आकर्षण का केंद्र बन गए हैं।
इन युवाओं की हिम्मत की प्रशंसा हर कोई कर रहा है। प्रफुल्ल बिल्लोरे ने ट्वीट किया है, ”आइए भारत को 5 ट्रिलियन की अर्थव्यवस्था बनाएं।”

पटना में प्रियंका गुप्ता की चाय दुकान 

Topics: प्रियंकापटनाचायमोनापटेलगुप्ताकमांडोचायवाला
ShareTweetSendShareSend
Subscribe Panchjanya YouTube Channel

संबंधित समाचार

Ptna Love Jihad seraj lured Hindu

लव जिहाद: सेराज ने सोनू बनकर हिंदू युवती को फंसाया, लिव-इन के बाद दी श्रद्धा जैसी धमकी

प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी

चाय का असली स्वाद चाय वाला ही समझ सकता है : नरेंद्र मोदी

वालियर में संगठन की बैठक से पहले (बाएं से) केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर, अमित शाह और ज्योतिरादित्य सिंधिया

भाजपा का काम, कांग्रेस का तामझाम

मुरादाबाद का रहने वाला अहमद रजा उर्फ शाहरुख लंबे समय से आतंकी संगठन हिजबुल मुजाहिदीन के संपर्क में था और कश्मीर में हथियार चलाने की ट्रेनिंग भी ले चुका था, सटीक सूचना पर यूपी एटीएस ने अहमद को गिरफ्तार कर लिया है।

मुरादाबाद का अहमद रजा उर्फ शाहरुख निकला हिजबुल आतंकी, यूपी एटीएस ने कसा शिकंजा

पटना में हुई विपक्षी एकता की बैठक

राजग से मुकाबले को विपक्षी एकता की हुई बैठक, आम आदमी पार्टी का अलग राग, कहा- कांग्रेस के साथ नहीं बैठेंगे

पटना स्थित 211 वर्ष पुराने श्री राधाकृष्ण मंदिर का मुख्य द्वार। इसे तोड़ने की बात चल रही है।

सेकुलर बिहार में इस्लामिया हॉल के लिए मंदिर पर चलेगा हथौड़ा

टिप्पणियाँ

यहां/नीचे/दिए गए स्थान पर पोस्ट की गई टिप्पणियां पाञ्चजन्य की ओर से नहीं हैं। टिप्पणी पोस्ट करने वाला व्यक्ति पूरी तरह से इसकी जिम्मेदारी के स्वामित्व में होगा। केंद्र सरकार के आईटी नियमों के मुताबिक, किसी व्यक्ति, धर्म, समुदाय या राष्ट्र के खिलाफ किया गया अश्लील या आपत्तिजनक बयान एक दंडनीय अपराध है। इस तरह की गतिविधियों में शामिल लोगों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी।

ताज़ा समाचार

देश और समाज के खिलाफ गहरी साजिश है कन्वर्जन : सीएम योगी

जिन्होंने ने बसाया उन्ही के लिए नासूर बने अप्रवासी मुस्लिम : अमेरिका में समलैंगिक काउंसिलवुमन का झलका दर्द

कार्यक्रम में अतिथियों के साथ कहानीकार

‘पारिवारिक संगठन एवं विघटन के परिणाम का दर्शन करवाने वाला ग्रंथ है महाभारत’

नहीं हुआ कोई बलात्कार : IIM जोका पीड़िता के पिता ने किया रेप के आरोपों से इनकार, कहा- ‘बेटी ठीक, वह आराम कर रही है’

जगदीश टाइटलर (फाइल फोटो)

1984 दंगे : टाइटलर के खिलाफ गवाही दर्ज, गवाह ने कहा- ‘उसके उकसावे पर भीड़ ने गुरुद्वारा जलाया, 3 सिखों को मार डाला’

नेशनल हेराल्ड घोटाले में शिकंजा कस रहा सोनिया-राहुल पर

‘कांग्रेस ने दानदाताओं से की धोखाधड़ी’ : नेशनल हेराल्ड मामले में ईडी का बड़ा खुलासा

700 साल पहले इब्न बतूता को मिला मुस्लिम जोगी

700 साल पहले ‘मंदिर’ में पहचान छिपाकर रहने वाला ‘मुस्लिम जोगी’ और इब्न बतूता

Loose FASTag होगा ब्लैकलिस्ट : गाड़ी में चिपकाना पड़ेगा टैग, नहीं तो NHAI करेगा कार्रवाई

Marathi Language Dispute

‘मराठी मानुष’ के हित में नहीं है हिंदी विरोध की निकृष्ट राजनीति

यूनेस्को में हिन्दुत्त्व की धमक : छत्रपति शिवाजी महाराज के किले अब विश्व धरोहर स्थल घोषित

  • Privacy
  • Terms
  • Cookie Policy
  • Refund and Cancellation
  • Delivery and Shipping

© Bharat Prakashan (Delhi) Limited.
Tech-enabled by Ananthapuri Technologies

  • Search Panchjanya
  • होम
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • विश्लेषण
  • लव जिहाद
  • खेल
  • मनोरंजन
  • यात्रा
  • स्वास्थ्य
  • धर्म-संस्कृति
  • पर्यावरण
  • बिजनेस
  • साक्षात्कार
  • शिक्षा
  • रक्षा
  • ऑटो
  • पुस्तकें
  • सोशल मीडिया
  • विज्ञान और तकनीक
  • मत अभिमत
  • श्रद्धांजलि
  • संविधान
  • आजादी का अमृत महोत्सव
  • लोकसभा चुनाव
  • वोकल फॉर लोकल
  • बोली में बुलेटिन
  • ओलंपिक गेम्स 2024
  • पॉडकास्ट
  • पत्रिका
  • हमारे लेखक
  • Read Ecopy
  • About Us
  • Contact Us
  • Careers @ BPDL
  • प्रसार विभाग – Circulation
  • Advertise
  • Privacy Policy

© Bharat Prakashan (Delhi) Limited.
Tech-enabled by Ananthapuri Technologies