कश्मीर घाटी में कश्मीरी हिंदुओं की ट्रांजिट कॉलोनियों और अन्य अल्पसंख्यकों की बस्तियों की सुरक्षा में केंद्रीय अर्धसैनिक बलों की तैनाती पर प्रशासन विचार कर रहा है। साथ ही घाटी के मंदिरों और गुरुद्वारों की सुरक्षा के लिए भी विशेष इंतजाम किए जा रहे हैं। खबरों के अनुसार चौकी और थाना प्रभारियों को अपने-अपने कार्यक्षेत्र क्षेत्र में रहने वाले सभी अल्पसंख्यकों का ब्यौरा जमा करने और उनकी सुरक्षा संबंधी एक रिपोर्ट तैयार करने के लिए कहा गया है।
केंद्रीय अर्धसैनिक बलों की हो सकती है तैनाती
कश्मीरी हिंदू जिन कालोनियाें में रह रहे हैं, उनकी सुरक्षा में सीआरपीएफ या अन्य केंद्रीय अर्धसैन्य बलों की की तैनाती पर गंभीरता से विचार किया जा रहा है। सामान्यत: यह जिम्मेदारी जम्मू-कश्मीर पुलिस और सशस्त्र बल के जवान ही संभालते आ रहे हैं। बता दें कि जहां—जहां हिन्दू परिवार रह रहे हैं, उन सभी कालोनियों की सुरक्षा का आकलन किया जा रहा है और उसके आधार पर वहां केंद्रीय अर्धसैनिक बलों को तैनात किए जाने का अंतिम फैसला लिया जाएगा।
धार्मिक स्थलों की सुरक्षा होगी चाक—चौबंद
खबरों के अनुसार घाटी के मंदिरों और गुरुद्वारों के साथ-साथ मजहबी स्थलों की सुरक्षा का भी जायजा लिया जा रहा है। इन सभी की सुरक्षा को सुनिश्चित करते हुए पुलिस व केंद्रीय अर्धसैनिक बलों के जवान तैनात किए जाएंगे। इन सभी धर्मस्थलों के आसपास सीसीटीवी कैमरे भी लगाए जाएंगे। विस्थापितों की कॉलोनियों में भी सीसीटीवी कैमरे लगाए जा रहे हैं।
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