विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने दिल्ली के विज्ञान भवन में आयोजित मिट्टी बचाओ कार्यक्रम को संबोधित किया। इस दौरान पीएम ने कहा कि आज पर्यावरण दिवस के दिन भारत ने एक और उपलब्धि हासिल की है। आज भारत ने पेट्रोल में 10 प्रतिशत इथेनॉल ब्लेंडिंग के लक्ष्य को प्राप्त कर लिया है। पीएम ने कहा कि आपको ये जानकर भी गर्व की अनुभूति होगी कि भारत इस लक्ष्य पर तय समय से 5 महीने पहले पहुंच गया है। ये उपलब्धि कितनी बड़ी है, इसका अंदाजा आप इसी से लगा सकते हैं कि साल 2014 में भारत में सिर्फ डेढ़ प्रतिशत इथेनॉल की पेट्रोल में ब्लेंडिंग होती थी।
पीएम मोदी ने कहा कि पेट्रोल में 10 प्रतिशत इथेनॉल ब्लेंडिंग के लक्ष्य पर पहुंचने की वजह से भारत को तीन सीधे फायदे हुए हैं। एक तो इससे करीब 27 लाख टन कार्बन एमिशन कम हुआ है। दूसरा, भारत को 41 हजार करोड़ रुपए से ज्यादा की विदेशी मुद्रा की बचत हुई है और तीसरा महत्वपूर्ण फायदा ये कि देश के किसानों को इथेनॉल ब्लेंडिंग बढ़ने की वजह से 8 वर्षों में 40 हजार 600 करोड़ रुपए की आय हुई है। पीएम ने कहा कि मैं देश के लोगों को, देश के किसानों को, देश की तेल कंपनियों को इस उपलब्धि के लिए बधाई देता हूं।
प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि मिट्टी बचाओ कार्यक्रम बहुत अहम है। मुझे संतोष है कि देश में पिछले 8 साल से जो योजनाएं चल रही हैं, सभी में किसी न किसी रूप से पर्यावरण संरक्षण का आग्रह है। उन्होंने कहा कि पर्यावरण रक्षा के भारत के प्रयास बहुआयामी रहे हैं। भारत ये प्रयास तब कर रहा है जब जलवायु परिवर्तन में भारत की भूमिका न के बराबर है। प्रधानमंत्री ने बताया कि मिट्टी को बचाने के लिए हमने पांच प्रमुख बातों पर फोकस किया है पहला- मिट्टी को केमिकल फ्री कैसे बनाएं। दूसरा- मिट्टी में जो जीव रहते हैं उन्हें कैसे बचाएं। तीसरा- मिट्टी की नमी को कैसे बनाए रखें और उस तक जल की उपलब्धता कैसे बढ़ाएं। चौथा- भूजल कम होने की वजह से मिट्टी को जो नुकसान हो रहा है, उसे कैसे दूर करें और पांचवा, वनों का दायरा कम होने से मिट्टी का जो लगातार क्षरण हो रहा है, उसे कैसे रोकें।
प्रधानमंत्री ने बताया कि कैच द रेन जैसे अभियानों के माध्यम से जल संरक्षण से देश के जन-जन को जोड़ रहे हैं। इसी साल मार्च में 13 बड़ी नदियों के संरक्षण का अभियान भी शुरू किया गया है। जल प्रदूषण को कम करने के लिए नदियों के किनारे पौधरोपण किया जा रहा है। पीएम ने कहा कि पहले किसानों यह जानकारी नहीं हो पाती थी कि उनके खेत की मिट्टी कैसी है और उसके क्या कमी है। इस समस्या को दूर करने के लिए किसानों को मिट्टी स्वास्थ्य कार्ड देने का कार्य किया गया। पीएम ने बताया कि भारत ने अंतरराष्ट्रीय स्तर पर CDRI और इंटरनेशनल सोलर अलायंस के निर्माण का भी नेतृत्व किया है। 2070 तक नेट जीरो का लक्ष्य हासिल का लक्ष्य रखा गया है। पीएम ने बताया कि जैव विविधता और वन्यजीव से जुड़ी नीतियों पर बेहतर काम चल रहा है। उनकी वजह से वन्य-जीवों की संख्या में रिकॉर्ड वृद्धि हुई है।
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