जम्मू-कश्मीर पुलिस के एडीजीपी मुकेश सिंह ने शुक्रवार शाम बताया कि उधमपुर के सलाथिया चौक में कोर्ट परिसर के बाहर इसी वर्ष 9 मार्च में हुए आईईडी धमाके में शामिल लश्कर-ए-तैयबा के तीन आतंकियों को स्टिकी बम के साथ गिरफ्तार किया है।
एडीजीपी मुकेश सिंह ने शुक्रवार शाम पत्रकार वार्ता में बताया कि उधमपुर आइईडी धमाके की जांच के दौरान पुलिस ने कई संदिग्ध लोगों को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया था। वारदात स्थल के आसपास लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज को भी खंगाला गया। इस दौरान एक संदिग्ध व्यक्ति मोहम्मद रमजान पुत्र मोहम्मद ईशाक सोहिल निवासी धार, रामबन को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया गया था। पूछताछ में उसने सलाथिया चौक में हुए धमाके में उसका हाथ होने की बात को माना। उसने बताया कि आईईडी में 12 मिनट का टाइमर लगाया गया था, जिससे बम रखने के बाद वह मौके से आसानी से फरार हो गया था। मोहम्मद रमजान ने बताया कि उसे ऊधमपुर में आईईडी रखने की जिम्मेदारी पाकिस्तान में बैठे लश्कर के हैंडलर मोहम्मद अमीन उर्फ कुबेब पुत्र दाऊद बट निवासी डोडा ने दी थी।
एडीजीपी ने बताया कि मोहम्मद रमजान का पिता लश्कर का सक्रिय आतंकी रह चुका है। 2003 में उसकी मौत हो गई थी। इसलिए कुबेब ने उसे इस आतंकी वारदात को अंजाम देने के लिए चुना था। कुबेब 15 वर्षों से पाकिस्तान में रहकर लश्कर के लिए काम कर रहा है। वह इंटरनेट मीडिया के जरिए मोहम्मद रमजान से बात कर रहा था। इस धमाके को अंजाम देने के बदले में मोहम्मद रमजान के बैंक खाते में 23 मार्च को 30 हजार रुपये जमा करवाए गए थे। यह रुपये खुर्शीद अहमद पुत्र मोहम्मद अब्दुल्ला पाडर, निवासी डोडा ने जमा करवाए थे। पुलिस ने उसे भी गिरफ्तार कर लिया है। खुर्शीद ने यह रुपये पाकिस्तान में बैठे लश्कर के हैंडलर कुबेब के कहने पर मोहम्मद रमजान के खाते में रुपये डाले थे।
वहीं, खुर्शीद की पत्नी का भाई बिलाल अहमद बट लश्कर-ए-तैयबा का सक्रिय आतंकी है। वह वर्ष 2002 में पाकिस्तान चला गया था। अब वहीं से आतंक का नेटवर्क चला रहा है। गिरफ्तार दोनों आतंकियों से पूछताछ के दौरान नसीर अहमद खान पुत्र गुलाम मोहम्मद खान निवासी धानी, भद्रवाह का नाम प्रकाश में आया। नसीर अहमद पूर्व आतंकी था। वह वर्ष 2001 से 2006 तक लश्कर का सक्रिय सदस्य था। नसीर अहमद खान ने ऊधमपुर धमाके में प्रयोग हुई स्टिकी आईईडी पहुंचाई थी।
पूछताछ के दौरान नसीर ने बताया कि दिसंबर 2021-जनवरी 2022 में वह तीन स्टिकी आईईडी को जम्मू के बेलीचराना इलाके से लेकर डोडा आया था। उसे बेलीचराना से स्टिकी आईईडी लाने की जिम्मेदारी कुबेब ने दी थी। नसीर के खुलासे से पुलिस ने जिला डोडा के गांव कुरसारी से दो स्टिकी बम बरामद किए हैं।
बता दें कि इसी वर्ष 9 मार्च को ऊधमपुर के सलाथिया चौक में आतंकियों ने आईईडी विस्फोट किया था, जिसमें एक राहगीर की मौत हो गई थी जबकि मौके पर मौजूद 14 लोग घायल हो गए थे। जिसमें एक बच्चा भी शामिल था।
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