देहरादून में कांग्रेस पार्टी की प्रेस कॉन्फ्रेंस में प्रदेश अध्यक्ष करण मेहरा ने कहा कि बीजेपी सरकार एक धर्म विशेष को निशाने पर लेकर शगूफे छोड़ रही है। अवैध मजारों की जांच होगी तो मंदिर-मठ की भी बात उठेगी। समान नागरिक संहिता कानून लाने का फैसला भी धर्म विशेष की वजह से लिया गया है।
कांग्रेस के पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत, वर्तमान में नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य की मौजदूगी में मीडिया से रूबरू होते हुए प्रदेश अध्यक्ष करण मेहरा का मुस्लिमों के प्रति प्रेम का दर्द छलकता नजर आया। उन्होंने कहा कि धामी सरकार एक खास धर्म को निशाने पर लेकर समान नागरिक संहिता कानून बिल को लाने जा रही है। इस बिल का विधानसभा में पुरजोर विरोध किया जाएगा। इस राज्य में हर मत के लोग रहते हैं, जिनके यहां साझा सांस्कृतिक और सामाजिक संबंध है और इन सभी वर्गों के संपत्ति के अधिकार बिल्कुल अलग हैं। सरकार को बताना चाहिए कि क्या उसने इस बारे में कोई अध्ययन किया है?
मेहरा ने कांग्रेस के मुस्लिम प्रेम का एक और उदाहरण सामने रखते हुए कहा कि अवैध मजारों की जांच की बातें की जा रही हैं। ऐसे में लोग मंदिर-मठ आश्रमों के जांच की भी मांग उठा सकते हैं। धामी सरकार एक धर्म विशेष को निशाना बना कर ही अपनी सोच को सामने रख कर रोज नए शगूफे छोड़ रही है। कांग्रेस उत्तराखंड में अपनी राजनीतिक एडवाइजरी कमेटी बनाकर बीजेपी के हर षड्यंत्र का मुंहतोड़ जवाब देगी।
चंपावत में कांग्रेस की बुरी तरह से हार और पिछले विधानसभा चुनाव की हार की जिम्मेदारी अपने ऊपर लेते हुए पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने कहा कि पिछली बातें भूलकर हम सब मिलकर अगले स्थानीय निकाय और लोकसभा चुनाव के लिए एकजुट हों। नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य ने कहा कि नौ से पंद्रह अगस्त तक सभी कांग्रेस कार्यकर्ता एकजुट होकर पद यात्रा करके अल्पसंख्यक और वंचित समाज के बीच जाकर उनका विश्वास जीतने का अभियान शुरू करेंगे। प्रेस वार्ता में सूर्य कांत धस्माना, राजीव महर्षि, गरिमा दस्तौनी भी मौजूद रहे।
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