पूर्व प्रधानमंत्री ने कहा कि अगर सेना ने ‘उचित कदम’ नहीं उठाए तो देश तीन टुकड़ों में बंट जाएगा। विदेश में स्थित भारतीय थिंक टैंक बलूचिस्तान को पाकिस्तान से अलग करने की योजना बना रहा है
पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री जहां एक तरफ हर मंत्र से भारत की स्वतंत्र विदेश नीति और स्वाभिमान से भरे अंदाज की तारीफें कर रहे हैं, वहीं अब वे अपने यहां के हुक्मरानों को बेचैन करने के लिए भारत का डर भी दिखा रहे हैं।
पिछले दिनों सत्ता गंवाने के बाद से, नए चुनाव कराने की अपनी तमाम कोशिशों के असफल होने पर, इमरान को फिर से भारत ही दिखाई दिया है। उन्होंने दुनिया में भारत की बढ़ती ताकत का हौव्वा खड़ा करने की कोशिश की है। पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान ने दावा किया कि हिंदुस्थान के कुछ थिंक टैंक पाकिस्तान को तीन हिस्सों में बांटना चाहते हैं। इमरान ने कहा कि भारत पाकिस्तान को पसंद नहीं करता क्यों कि इस देश की विदेश नीति स्वतंत्र नहीं है।
इमरान ने ऐसा दावा एक टीवी चैनल पर किया है। अपने वक्तव्य में उन्होंने कहा कि अगर सेना ने ‘उचित कदम’ नहीं उठाए तो देश तीन टुकड़ों में बंट जाएगा। इमरान ने यह भी कहा विदेशों में स्थित भारतीय थिंक टैंक बलूचिस्तान को पाकिस्तान से अलग करने की योजना बना रहे हैं।
विदेशों में भारतीय थिंक टैंक पाकिस्तान को काटकर बलूचिस्तान को एक अलग देश बनाने पर काम कर रहा है। उन्होंने कहा कि शाहबाज शरीफ सरकार अमेरिका को हर तरीके से खुश करने का प्रयास करेगी क्योंकि नवाज शरीफ और आसिफ अली जरदारी हमेशा से ही अमेरिका, भारत और इस्राएल का गठजोड़ बनाने के लिए ‘पूरी रजामंदी के साथ’ काम करेंगे।
किसी न किसी तरह नई बनी शाहबाज सरकार से चुनाव की तारीखें घोषित करवाने की जुगत में लगे इमरान ने आगे कहा कि पाकिस्तान ‘आत्महत्या’ करने के मुहाने पर है जिसका सबसे पहला शिकार पाकिस्तान की सेना ही होगी। पूर्व प्रधानमंत्री यहीं नहीं रुके, उन्होंने चेतावनी भरे लहजे में कहा कि अगर सेना ने ‘सही फैसला’ नहीं लिया तो देश तीन टुकड़ों में टूट जाएगा। इमरान खान ने आगे कहा कि भारतीय थिंक टैंक ने योजना बनाई हुई है इसीलिए हमारे लिए संभलने का वक्त है। अगर अब हमने सही फैसले नहीं लिए गए तो खामियाजा सबसे पहले हमारी सेना भुगतेगी, यूक्रेन की तरह से हमारे भी परमाणु बम हमारे हाथ से चले जाएंगे।
इमरान खान ने ये बात एक निजी चैनल को दिए साक्षात्कार में कही। उनके हिसाब से पाकिस्तान पर ‘डिफाल्ट’ होने का खतरा मंडरा रहा है। यही पाकिस्तान और सेना की असली मुश्किल है। अगर सेना ने सही कदम नहीं उठाए तो मैं आपको लिखकर देता हूं कि सबसे पहले सेना खत्म हो जाएगी।’ उन्होंने चेतावनी दी कि इससे देश बर्बाद हो जाएगा और फिर अंतरराष्ट्रीय समुदाय पाकिस्तान से कहेगा कि हम अपने परमाणु हथियार छोड़ दें, उसी तरह जैसे 1990 के दशक में यूक्रेन ने गंवाए थे।’
पूर्व प्रधानमंत्री ने ये भी कहा कि विदेशों में भारतीय थिंक टैंक पाकिस्तान को काटकर बलूचिस्तान को एक अलग देश बनाने पर काम कर रहा है। उन्होंने कहा कि शाहबाज शरीफ सरकार अमेरिका को हर तरीके से खुश करने का प्रयास करेगी क्योंकि नवाज शरीफ और आसिफ अली जरदारी हमेशा से ही अमेरिका, भारत और इस्राएल का गठजोड़ बनाने के लिए ‘पूरी रजामंदी के साथ’ काम करेंगे।
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