जम्मू-कश्मीर में आतंकवादियों द्वारा लगातार कश्मीरी हिन्दुओं को निशाना बनाए जाने के बाद प्रशासन ने कश्मीरी हिन्दू परिवारों की सुरक्षा बढ़ा दी है। बीते गुरुवार को पहले कुलगाम में बैंक प्रबंधक विजय कुमार की हत्या और फिर शाम होते—होते ईंट भटठे पर काम करने वाले दो मजदूरों पर हुए हमले के बाद घाटी में चौरतफा आक्रोश दिखाई दिया। इसे लेकर न केवल जम्मू में बल्कि घाटी में भी कई जगह विरोध दर्ज कराया गया।
खबरों के अनुसार घाटी में जहां—जहां भी ट्रांजिट कैंप हैं, उनके बाहर कड़े सुरक्षा के इंतजाम किए गए हैं। हर आने—जाने वाले पर नजर रखी जा रही है। पुलिस सूत्रों के अनुसार हर स्तर पर सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए जा रहे हैं। कुछ खुफिया जानकारी हैं, जिन्हें ध्यान में रखते हुए कश्मीरी हिन्दू परिवारों की सुरक्षा बढ़ाई गई है। ऐतिहातन तौर पर उन्हें समूह में बाहर नहीं निकलने दिया जा रहा है, ताकि कोई अप्रिय घटना ना हो।
घाटी में तैनात हैं सैकड़ों शिक्षक
कश्मीर संभाग के कुलागम, बांदीपोरा, अनंतनाग, बारामूला, शोपियां सहित अन्य जिलों में जम्मू संभाग के हजारों शिक्षक कार्यकरत हैं। बीते दिनों सांबा की रहने वाली रजनी बाला की हत्या के बाद यकीनन कश्मीरी हिन्दुओं के मन में डर का भाव पैदा हुआ है। इसी डर के चलते कुछेक परिवारों ने जम्मू का भी रुख किया है।
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