मशहूर संतूर वादक एवं पद्मश्री पुरस्कार से सम्मानित पंडित भजन सोपोरी का गुरुवार को निधन हो गया। गुरुग्राम के फोर्टिस अस्पताल में उनका इलाज चल रहा था, जहां उन्होंने गुरुवार को अंतिम सांस ली। वह 74 वर्ष के थे। उनका जन्म श्रीनगर में वर्ष 1948 में हुआ था। भजन लाल सोपोरी के पिता पंडित एसएन सोपोरी भी संतूरवादक थे। संतूरवादन उन्हें विरासत में मिला था। भजन सोपोरी का संबंध सूफियाना घराने से था।
लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने भजन सोपोरी के निधन पर शोक व्यक्त किया। उन्होंने ट्वीट किया कि पद्म पुरस्कार से सम्मानित प्रख्यात संतूर वादक पंडित भजन सोपोरी जी के निधन पर शोक व्यक्त करता हूं। उनकी मृत्यु संगीत जगत के लिए अपूरणीय क्षति है। ईश्वर दिवंगत आत्मा को अपने श्री चरणों में स्थान दें। शोक संतप्त परिजनों व प्रशंसकों प्रति संवेदनाएँ।
मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने पंडित भजन सोपोरी के निधन पर दुख व्यक्त करते हुए संगीत जगत की बड़ी क्षति बताया है। मुख्यमंत्री चौहान ने ट्वीट के माध्यम से कहा कि पंडित सोपोरी भारतीय संगीत को महत्वपूर्ण योगदान देने वाली प्रख्यात प्रतिभाओं में शामिल थे। उनका निधन संगीत जगत की बड़ी क्षति है।
प्रख्यात लोकगायिका मालिनी अवस्थी ने भजन सोपोरी को श्रद्धापूर्वक नमन किया। उन्होंने ट्वीट किया – भजन जी, आप बहुत याद आएंगे। यूं आपका असमय जाना बहुत पीड़ादायक है। आपकी सरलता, आपकी स्नेही मुस्कान, नए कलाकारों के लिए मंच दिलाने की प्रतिबद्धता, कश्मीर की कसक, सब मन में रहेगी। प्रसिद्ध संतूर वादक भजन सोपोरी जी को श्रद्धापूर्वक नमन करती हूं।
टिप्पणियाँ