राष्ट्रीय जनता दल ने जैसे ही राज्यसभा के लिए अपने दोनों उम्मीदवारों की घोषणा की, वैसे ही उनके घर से लेकर बाहर तक विरोध के स्वर उठे। सिवान में लालू यादव के विरोध में प्रतिदिन नारे लग रहे हैं। बता दें कि इस बार राज्यसभा के लिए राजद ने लालू प्रसाद की बड़ी बेटी मीसा भारती और मधुबनी के डॉ फैयाज भारती को उम्मीदवार बनाया है। राजद के अंदर इन सीटों को लेकर इतना विवाद था कि लालू प्रसाद को स्वयं इन दोनों उम्मीदवारों का नामांकन कराने के लिए विधानसभा जाना पड़ा।
दरअसल, राजद का एक खेमा लालू प्रसाद के इस फैसले से नाराज है। पूर्व सांसद मोहम्मद शहाबुद्दीन की पत्नी हिना शहाब को उम्मीदवार नहीं बनाए जाने पर राजद को इसका विरोध झेलना पड़ रहा है। वास्तव में मोहम्मद शहाबुद्दीन की पत्नी हिना शहाब के नाम की चर्चा भी इस बार संभावित उम्मीदवारों में थी। राजद द्वारा हिना शहाब को उम्मीदवार नहीं बनाए जाने पर शहाबुद्दीन समर्थक बेहद नाराज हैं। हिना शहाब ने भी चेतावनी दे दी है कि वे सभी लोगों से राय लेंगी और जो सबकी सलाह होगी उस पर अमल करेंगी।
हिना के समर्थकों का दावा है कि राज्यसभा की सीट बेची गई है। उनका यह भी कहना है कि पार्टी में जमीनी स्तर पर संघर्ष करने वाले कार्यकर्ताओं की पूछ नहीं है। जदयू से अपनी राजनैतिक पारी शुरू करने वाले डॉ फैयाज दो बार राजद के विधायक रह चुके हैं। डॉ फैयाज राजद के करोड़पति नेता हैं। 2020 के विधानसभा चुनाव में उन्होंने अपने चुनाव शपथपत्र में 2.71 करोड़ से अधिक की अचल संपत्ति घोषित की थी। डॉ फैयाज कई बीएड कॉलेज और विद्यालयों का संचालन करते हैं।
कलह की कहानी
विवाद सिर्फ फैयाज के नाम पर ही नहीं है। परिवार में भी विवाद है। अगर बात सिर्फ फैयाज के नाम की होती तो लालू प्रसाद को स्वयं हस्तक्षेप नहीं करना पड़ता। परंतु परिवार के अंदरूनी कलह ने लालू प्रसाद को इस विवाद में वीटो लगाने पर मजबूर कर दिया। पार्टी की बैठकों में प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह को उनकी औकात बार—बार दिखाई गई। 10 दिन पहले राजद के संसदीय बोर्ड की बैठक हंगामेदार हुई थी। बैठक में लालू प्रसाद की गैर—मौजूदगी में कमान संभाल रहे उनके छोटे बेटे तेजस्वी यादव राजद संसदीय बोर्ड के सदस्य होने के बावजूद नहीं थे, जबकि हाल ही में पार्टी छोड़ने की घोषणा करने वाले लालू के बड़े बेटे तेज प्रताप यादव बोर्ड के सदस्य न होकर भी लंबे समय बाद पार्टी की बैठक में शामिल हुए। बैठक में तेज प्रताप यादव अपनी मां राबड़ी देवी और बहन मीसा भारती के साथ पहुंचे। प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह वहां पहले से मौजूद थे। बैठक में तेज प्रताप यादव को देखकर जगदानंद सिंह बाहर निकल गए। इस पर बैठक की अध्यक्षता कर रहीं राबड़ी देवी ने कहा कि यह ठीक नहीं हुआ। यही कारण है कि बैठक के बाद पार्टी द्वारा जारी आधिकारिक प्रेस विज्ञप्ति में प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह का नाम नहीं था।
यानी राजद में वे सभी नेता अपमानित हो रहे हैं, जो लालू के परिवार के सदस्य नहीं हैं।
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