ओडिशा के भद्रक में एक चर्च को जिला प्रशासन ने सील कर दिया है। चर्च में भोले-भाले वनवासियों का जबरन कन्वर्जन कराए जाने की शिकायत मिली थी, जिसके बाद प्रशासन ने यह कार्रवाई की है। इसके साथ ही प्रशासन ने इलाके में धारा 144 लगा दी है।
भद्रक के उप कलेक्टर मनोज पात्रा ने बताया कि भद्रक ब्लॉक के अंतर्गत गेल्टुआ गांव में स्थित चर्च के बारे में शिकायत मिली थी, जिसमें कहा गया था कि वहां वनवासियों को कन्वर्ट करके ईसाई बनाया जा रहा है। मामले में कार्यकारी मजिस्ट्रेट और ग्रामीण पीएस के आईआईसी द्वारा संयुक्त रूप से जांच की गई, जहां दो समुदाय के बीच झड़प होने की बात सामने आई है। फिलहाल गेल्टुआ में धारा 144 लागू कर दी है। चर्च के आस-पास तीन लोगों के इकट्ठा होने की अनुमति नहीं है।
Odisha | There were complaints regarding tribals conversion to Christianity. We found out that there is some breach of peace b/w communities. Dist admin has enforced Section 144 in Geltua, 3 persons are allowed to gather in vicinity of Church: Manoj Patra, Sub Collector, Bhadrak pic.twitter.com/Ef0AMYgdGu
— ANI (@ANI) May 23, 2022
ओडिशा में कन्वर्जन कराए जाने का यह कोई पहला मामला नहीं है। इससे पहले 26 सितंबर 2021 को सुंदरगढ़ जिले में जबरन कन्वर्जन कराने वाले एक पादरी को ग्रामीणों ने पकड़ा था। पादरी तंगरडीही गांव में कन्वर्जन के लिए लोगों को प्रलोभन दे रहा था। मना करने के बाद भी वह लोगों को हिंदू धर्म छोड़ ईसाई बनने के लिए दबाव बना रहा था। इसी तरह 2018 में गजपति जिले में मामला सामने आया था, जहां थबीर पांडा नामक शख्स पर कन्वर्जन का दबाव बनाया गया। बताया जा रहा है कि शादी के बाद किसी की बातों में आकर थबीर की पत्नी और सास ने उस पर ईसाई बनने का दबाव बनाने लगी थीं। मना करने पर उसके साथ मारपीट की गई थी।
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