नोएडा प्रशासन द्वारा एक जांच में भू माफिया और गैंगस्टर एक्ट में बंद यशपाल तोमर के खिलाफ प्रशासन द्वारा दादरी थाने में एक रिपोर्ट दर्ज की गई है, इस रिपोर्ट में नोएडा में कुर्क की जमीन में कई प्रशासनिक अधिकारियों के परिजनों के नाम है जिसमे उत्तराखंड के दो आईएएस और एक आईपीएस के परिजन भी शामिल है।इस खबर से उत्तराखंड में प्रशासनिक महकम्मे में भूचाल आया हुआ है।
जानकारी के मुताबिक दादरी थाने में दर्ज रिपोर्ट में नोएडा की अपर जिला अधिकारी(,वित्त,राजस्व)वन्दना श्रीवास्तव द्वारा यशपाल तोमर की भू संपत्तियों के विषय में की गई जांच का जिक्र किया गया है। चीटहेरा गांव की जमीन की जांच में यूपी और उत्तराखंड के कई अधिकारियों के परिजनों के नाम की जमीन होने की बात कही गई है। यशपाल तोमर की 153करोड़ की संपति को हरिद्वार जिले में सील किया गया था और यूपी में मेरठ, बागपत और नोएडा की संपत्तियों को भी कुर्क किया गया है इसकी कीमत भी कई करोड़ की बताई जारही है
जानकारी के मुताबिक उत्तराखंड के एक आईएएस के पिता एम भास्करन और एक अन्य आईएएस के पिता के.एम संत के नाम से जमीन निकली है और एक आईपीएस की मां सरस्वती देवी वर्मा के नाम से भूखंड निकला है।खास बात ये है तीनों प्रशासनिक अधिकारी पूर्व में हरिद्वार जिले में तैनात थे जहां यशपाल तोमर की 153 करोड़ की संपति को एस टी एफ ने सील किया था।इस मामले में इन प्रशासनिक अधिकारियों की क्या भूमिका रही ये जांच का विषय है जिसपर यूपी पुलिस और सरकार की एक एस आई टी भीं जांच कर रही है। खबर है कि यशपाल तोमर की चीटहैरा जमीन मामले में एफ आईं आर लिखने से पहले इस बारे में यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से वार्ता की गई थी उनके आदेश पर ही दादरी थाने में प्रशासन की तरफ से रिपोर्ट दर्ज की गई है।
इस रिपोर्ट के दर्ज होते ही उत्तराखंड के प्रशासनिक गलियारे में खासी हलचल मची हुई है। मुख्यमंत्री पुष्कर धामी इन दिनों वैसे भी नौकरशाही के खिलाफ सख्ती बरत रहे है। माना जा रहा है कि इस मामले के सामने आने पर वो इसकी भी सत्यता को परखेंगे।
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