सीतापुर जेल से समाजवादी नेता आजम खान आज जेल से रिहा हो गए। उनकी जमानत सुप्रीम कोर्ट से मंजूर हुई। आजम खान 22 माह जेल में रहने के बाद घर आए हैं जहां उनके समर्थकों ने उनका स्वागत किया। आजम खान की सीतापुर जेल से रिहाई के वक्त सपा नेता और मुलायम सिंह यादव के भाई शिवपाल सिंह यादव और उनके दोनों बेटे जेल के बाहर से साथ थे।
दस बार विधायक और सांसद रह चुके आजम खान और सपा सुप्रीमो अखिलेश यादव के बीच दूरियां भी दिखलाई देती हैं। जेल में रहने के दौरान आजम खान की अखिलेश यादव ने परवाह नहीं की। जिसकी वजह से दोनों के रिश्ते अब ठीक नहीं कहे जा रहे।
आजम खान का जेल से बाहर आने के बाद भी सकून से बैठना मुश्किल दिखाई देता है, उनके खिलाफ विभिन्न अदालतों में 89 मामले दर्ज हैं जिनकी सुनवाई पर उन्हें मुकदमों की पैरवी करने की तैयारियों में समय लगेगा।
आजम खान की सपा सत्ता में तूती बोलती थी, योगी सरकार के समय रामपुर जिला अधिकारी के लिए अमर्यादित बोल बोलने की वजह से उनके खिलाफ एक के बाद एक मामले खुलने लगे और 26 फरवरी 2020 को जब वो अदालत में हाजिर हुए तो जज ने उन्हें जेल भेज दिया तब से अबतक वो जेल में ही थे, 19 मई को सुप्रीम कोर्ट ने उनकी जमानत मंजूर की।
जेल में रह कर वो सांसद से विधायक बने, हालंकि उन्हे अभी विधानसभा सदस्य के रूप में शपथ भी लेनी है। आजम खां का समाजवादी पार्टी में क्या भविष्य है, इस पर भी राजनीतिक चर्चाएं थमने का नाम नही ले रही है, चर्चा ये भी हैं कि वो अखिलेश का साथ भी छोड़ सकते है।
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