कोई पोप को भी चंगाई सभा में ले जाओ, जहां दिव्यांग भी ‘चलने’ लगते हैं

इस समय पूरी दुनिया में पोप की एक तस्वीर वायरल हो रही है, जिसमें वे एक व्हीलचेयर पर बैठे हैं। वहीं दूसरी ओर उनके चेले लोगों से कह रहे हैं कि चंगाई सभा में आने से लंगड़ा भी चलने लगता है, गूंगा बोलने लगता है...।

Published by
रितेश कश्यप

इस समय पूरी दुनिया में पोप की एक तस्वीर वायरल हो रही है, जिसमें वे एक व्हीलचेयर पर बैठे हैं। वहीं दूसरी ओर उनके चेले लोगों से कह रहे हैं कि चंगाई सभा में आने से लंगड़ा भी चलने लगता है, गूंगा बोलने लगता है…। इसलिए सोशल मीडिया में लोग सलाह दे रहे हैं कि जल्दी से पोप को चंगाई सभा में ले जाएं।

 

इन दिनों झारखंड के अनेक शहरों में बैनर लगे हैं, जिनमें लिखा है, ”प्रभु यीशु के नाम पर अंधे देखते हैं, लंगड़े चलते हैं, बहरे सुनते हैं, गूंगे बोलते हैं और मुर्दे भी जी उठते हैं…” दरअसल, ये बैनर दुमका में हो रही चंगाई सभा के लिए लगाए गए हैं। बता दें कि आज से दुमका में चंगाई सभा शुरू हुई है,जो 22 मई तक चलेगी। इसमें लोगों को बुलाने के लिए ही इस तरह के बैनर लगाए गए हैं। इन बैनरों को देखकर लोग कह रहे हैं कि यदि चंगाई सभा में भाग लेने मात्र से किसी की बीमारी ठीक हो सकती है, तो इसकी सबसे अधिक जरूरत तो खुद पोप को है। कहा जा रहा है कि इन दिनों पोप घुटनों के दर्द से परेशान हैं और यही वजह है कि वे व्हीलचेयर की मदद से चल—फिर रहे हैं।

चंगाई सभा के लिए लगाए गए बैनरों में यह भी लिखा गया है, ”अगर आप महामारी से ग्रसित हैं, अपने जीवन में परेशान हैं, आपके परिवार में अशांति है, रुपए—पैसे खर्च करते—करते थक गए हैं, तो आइए आपके लिए विशेष प्रार्थना की जाएगी।” साथ ही यह भी बताया गया है कि इन 4 दिन की प्रार्थना से आपका जीवन बदल सकता है।

इस चंगाई सभा पर ‘जनजाति धर्म संस्कृति रक्षा मंच’ के झारखंड प्रदेश अध्यक्ष मेघा उरांव ने कहा, ”ईसाई मिशनरियां राज्य की भोली—भाली जनता को बेवकूफ बनाना बंद करें।” उन्होंने यह भी कहा कि इन मिशनरियों को सबसे पहले चंगाई सभा पोप के लिए करनी चाहिए, जो इन दिनों घुटने के दर्द से पीड़ित हैं। उन्होंने कहा कि चंगाई सभा के नाम पर आम लोगों के बीच अंधविश्वास फैलाया जा रहा है। इसलिए ऐसे आयोजनों पर उन्होंने प्रतिबंध लगाने की मांग की।

 

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