हर जरूरतमंद को फ्री राशन देने के वादे पर भाजपा की डबल इंजन सरकार खरी उतरी है। केन्द्र व राज्य सरकार की ओर से कोरोना काल के दौरान शुरू हुए राशन वितरण में प्रदेश ने अप्रैल 2020 से मार्च 2022 तक कुल 200 लाख मीट्रिक टन खाद्यान्न वितरित कर रिकॉर्ड कायम किया है।
प्रदेश सरकार ने 80 हजार कोटेदारों के माध्यम से हर गरीब व बेसहारा लोगों तक राशन पहुंचाया। योगी सरकार-2 बनते ही मुफ्त राशन योजना को 3 महीने और बढ़ाने का निर्णय लिया गया। फ्री राशन योजना के तहत 35 किलो राशन और इसके साथ दाल, चीनी, खाद्य तेल, नमक जैसी खाद्य वस्तुओं को लाभार्थी परिवारों को दिया जा रहा है। प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना तहत फिलहाल पांचवें चरण में राशन वितरण किया जा रहा है।
प्रदेश में समस्त अन्त्योदय कार्ड तथा पात्र गृहस्थी के उन कार्डधारकों को जो मनरेगा श्रम विभाग एवं नगर निकाय में पंजीकृत मजदूर थे, उनको राज्य सरकार द्वारा अप्रैल से जून, 2020 के बीच 195 करोड़ के 8 लाख मीट्रिक टन खाद्यान्न का निःशुल्क वितरण कराया गया। वहीं, आत्मनिर्भर भारत योजनान्तर्गत प्रवासी एवं अवरुद्ध प्रवासी मजदूरों को कुल 12 हजार मीट्रिक टन खाद्यान्न एवं 1100 मीट्रिक टन चना का निःशुल्क वितरण किया गया।
इसके अलावा वर्ष 2020 से मार्च, 2022 तक कुल 134 लाख मीट्रिक टन खाद्यान्न का निःशुल्क वितरण किया गया। समस्त प्रकार के कार्डधारकों को जून, 2021 से अगस्त, 2021 के मध्य राज्य सरकार द्वारा 564 करोड़ रुपये का 23 लाख मीट्रिक टन खाद्यान्न का निःशुल्क वितरण किया गया ।
दिसम्बर, 2021 से मार्च, 2022 तक कुल 18.71 लाख मीट्रिक टन गेहूं, 12.75 लाख मीट्रिक टन चावल तथा 1.35 लाख मीट्रिक टन साबुत चना, रिफाइंड सोयाबीन ऑयल एवं आयोडाइज्ड नमक (प्रत्येक सामग्री – 1.35 लाख मीट्रिक टन ) का निःशुल्क वितरण किया गया, जिसका मूल्य 3800 करोड़ रुपये है।
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