ज्ञानवापी मामले को लेकर आज दो प्रार्थना पत्रों पर सुनवाई होनी थी। जिस पर संशय बना हुआ है। अधिवक्ता आज हड़ताल पर हैं। इसी बीच हिंदू पक्ष के अधिवक्ता हरिशंकर जैन ने कहा है कि मुस्लिम पक्ष अगर फव्वारे का दावा कर रहा है, तो उसे चला कर दिखाए। वो बताए कि वॉटर सप्लाई उसकी कहां से है। बाबा स्वयं प्रकट हुए हैं। 352 सालों से हमारे भोलेनाथ को कैद में रखा गया था। जहां शिवलिंग मिला है। वहां खुदाई हो तो और कुछ पता चलेगा। उम्मीद है बाबा और अंदर तक होंगे। हम लोगों ने याचिका दायर की है कि तहखाने की दीवार खोली जाए। साथ ही शिवलिंग के पास के इलाके की फिर से जांच की जाए।
अधिवक्ता विष्णु जैन ने बताया कि सब कुछ न्यायालय से प्रक्रिया की तहत हो रहा है। कोई आपत्ति है तो शिवलिंग के स्थान से तहखाने तक की जांच करा ली जाए। अगर वहां फाउंटेन था तो वॉटर सप्लाई कहां से थी। वहीं, हरीशंकर जैन ने ओवैसी के बयान पर कहा कि हमारा मंदिर वहीं था, इस बात को शिवलिंग बता रहा है। वो कानून के ज्यादा जानकर हो गए हैं।
प्रदेश सरकार के विशेष सचिव प्रफुल्ल कमल की ओर से प्रदेशभर में जिलाधिकारियों को पत्र भेजा गया है कि माहौल को बिगाड़ने वालों की सूची बनाई जाए। इसी को लेकर वाराणसी में भी अधिवक्ताओं ने हड़ताल की है। ज्ञानवापी मामले में आज परिसर में मछलियों को दूसरे जगह रखने के लिए शासकीय अधिवक्ता महेंद्र नाथ ने न्यायालय में प्रार्थना पत्र दिया था। इसकी सुनवाई के साथ हिंदू पक्ष द्वारा नंदी के सामने की दीवार को हटाने को लेकर फैसला आना था। हड़ताल के चलते आज इसकी उम्मीद कम है।
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