गुजरात कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष हार्दिक पटेल ने पार्टी के सभी पदों से इस्तीफा दे दिया है। इसकी जानकारी उन्होंने बुधवार को ट्वीट कर दी।
पटेल ने कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी को लिखे पत्र में कहा कि कांग्रेस में युवाओं का सम्मान नहीं है। यह पार्टी सिर्फ विरोध की राजनीति कर रही है। कांग्रेस का शीर्ष नेतृत्व और राज्य कांग्रेस नेतृत्व जमीन पर काम करने में विफल है। राज्य कांग्रेस के जिम्मेदार नेता दिल्ली के शीर्ष नेतृत्व को खुश करने में ही लगे रहते हैं। वह जनता और उनके सरोकार से दूर हैं।
पटेल ने कहा कि वह बीते तीन वर्षों से महसूस कर रहे हैं कि यह पार्टी सिर्फ विरोध की राजनीति में व्यस्त है। कांग्रेस जनता की भावना को समझने में विफल साबित हो रही है। बीते वर्षों में चाहे सीएए का मामला रहा हो, राममंदिर का विषय या फिर धारा 370 को हटाने का मुद्दा रहा हो, कांग्रेस सिर्फ विरोध में लगी रही। यह पार्टी जनमानस और उनकी भावनाओं का निरादर ही करती रही है।
पटेल ने कहा कि गुजरात की जनता भी उनसे पूछने लगी थी कि वह कांग्रेस में क्यों हैं? उन्होंने पार्टी के शीर्ष नेतृत्व पर गुजरात से नफरत का भी आरोप लगाया है। उल्लेखनीय है कि हार्दिक ने आज कांग्रेस के सभी पदों और पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दिया है। सूत्रों का कहना है कि वह भाजपा में शामिल हो सकते हैं। हालांकि पटेल ने अभी इसकी आधिकारिक घोषणा नहीं की है।
(सौजन्य सिंडिकेट फीड)
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