केदारनाथ यात्रा के लिए जहां शासन प्रशासन मुस्तैदी से जुटा हुआ है तो वहीं गौरीकुंड चौकी इंचार्ज पर अवैध वसूली करने का एक वीडियो वायरल हुआ है।
गुप्तकाशी (केदारनाथ) । केदारनाथ यात्रा के लिए जहां शासन प्रशासन मुस्तैदी से जुटा हुआ है तो वहीं गौरीकुंड चौकी इंचार्ज पर अवैध वसूली करने का एक वीडियो वायरल हुआ है। वीडियो वायरल होते ही पुलिस प्रशासन में हड़कंप मच गया। शासन ने चौकी प्रभारी को लाइन हाजिर कर दिया है, जबकि वीडियो वायरल करने वाले सिपाही को निलंबित कर दिया गया है। मामले की जांच एसपी ने पुलिस क्षेत्राधिकारी गुप्तकाशी को सौंपी है।
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार केदारनाथ यात्रा के मुख्य पड़ाव स्थल गौरीकुंड के चौकी प्रभारी पर व्यापारियों, घोड़ा-खच्चर संचालकों, अवैध शराब के कारोबारियों से वसूली का दावा करते हुए रविवार को एक वीडियो वायरल हुआ था। बताया जा रहा है कि चौकी में तैनात एक सिपाही ने ही यह वीडियो वायरल किया है। वीडियो में दावा किया गया था कि गौरीकुंड में चौकी प्रभारी सुरेश कुमार सिंह व्यापारियों, मजदूरों से अवैध वसूली कर रहे हैं। वसूली का पैसा कमरे में एक बैग में रखा है। इस बैग को वीडियो में दिखाया गया है, जिसमें ताला लगा हुआ है। अवैध शराब को बैग में छिपाकर रखने की बात कही गई है। पूरे वीडियो में इन बैगों को दिखाया है, लेकिन बैगों को खोला नहीं गया है। इस वीडियो के वायरल होने से पुलिस विभाग में हड़कंप मचा है।
वहीं सोशल मिडिया पर पुलिस की काफी किरकिरी हुई। पुलिस अधीक्षक रुद्रप्रयाग आयुष अग्रवाल ने जांच बैठा दी है। साथ ही पुलिस क्षेत्राधिकारी गुप्तकाशी विमल रावत को जांच अधिकारी बनाया है। पुलिस अधीक्षक ने गौरीकुंड के चौकी प्रभारी सुरेश कुमार सिंह को लाइन हाजिर कर दिया है, जबकि वीडियो वायरल करने वाले सिपाही कमलेश सजवाण को निलंबित कर दिया है। गौरतलब है कि उत्तराखंड में जहां चारधाम यात्रा के लिए शासन-प्रशासन मुस्तैद है, वहीं केदारनाथ यात्रा पर पीएमओ खुद नजर बनाए हुए है।
यात्री घायल, हेलीकॉप्टर से अस्पताल भेजा
केदारनाथ धाम में दर्शन करने जा रही मुंबई निवासी मानसी (32 वर्ष) गंभीर रूप से घायल हो गईं। सोनप्रयाग पुल के पास पहाड़ी से पत्थर गिरने से उनके सिर में चोट लगी है। उन्हें सोनप्रयाग चिकित्सालय लाया गया। सीएमओ ने अवगत कराया कि गुप्तकाशी के समीप घायल श्रद्धालु की तबीयत अधिक खराब होने के कारण जिलाधिकारी मयूर दीक्षित के निर्देशन में तत्काल गुप्तकाशी से एयर लिफ्ट के माध्यम से एम्स ऋषिकेश के लिए रेफर किया गया। अब तक 2 श्रद्धालुओं को एयर लिफ्ट के माध्यम से एम्स ऋषिकेश के लिए रेफर किया गया है। उनके सिर में चोट लगी थी। 19 श्रद्धालुओं को जिला प्रशासन द्वारा त्वरित कार्यवाही करते हुए केदारनाथ से फाटा तक एयर लिफ्ट किया गया है। अब तक 21 श्रद्धालुओं को एयर लिफ्ट किया जा चुका है।
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