गत दिनों झारखंड की राजधानी रांची में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के नवनिर्मित प्रांत कार्यालय ‘यशवंत स्मृति भवन’ का उद्घाटन राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के अखिल भारतीय प्रचार प्रमुख श्री सुनील आंबेकर ने किया।
गत 14 मई को रांची में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद द्वारा एक नया अध्याय लिखा गया। इस दिन अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के नवनिर्मित प्रांत कार्यालय ‘यशवंत स्मृति भवन’ का उद्घाटन हुआ। उद्घाटनकर्ता थे राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के अखिल भारतीय प्रचार प्रमुख श्री सुनील आंबेकर। मंच पर संघ के क्षेत्र प्रचारक श्री देवव्रत पाहन, विद्या भारती के सह संगठन मंत्री श्री केएन रघुनंदन, विद्यार्थी परिषद के राष्ट्रीय संगठन मंत्री श्री आशीष चौहान, विकास भारती के सचिव श्री अशोक भगत आदि उपस्थित थे।
समारोह को संबोधित करते हुए श्री सुनील आंबेकर ने कहा कि कार्यकर्ताओं की मेहनत का फल देखकर आनंद की अनुभूति हो रही है। आज नई पीढ़ी के लिए मार्गदर्शन मिल रहा है। कहा जाता है कि भवन की नींव मजबूत होने पर ही वह टिकाऊ रहता है और अभाविप की नींव मजबूत है। इसी के परिणामस्वरूप आज यह संगठन चहुंमुखी विकास के साथ निरंतर आगे बढ रहा है। आज कुछ असामाजिक तत्व देश की नींव को कमजोर करने में लगे हुए हैं। ऐसे में अभाविप के कार्यकर्ताओं की भूमिका और भी अधिक बढ़ जाती है। अब अभाविप का कार्य छात्र गतिविधि के साथ—साथ देश की धर्म,संस्कृति, परंपरा को बचाने का भी हो गया है। उन्होंने कहा कि देश यह चाहता है कि एक पीढ़ी ऐसी बने जो देशहित के बारे में विचार करे, इसके लिए विद्यार्थी परिषद सतत प्रयत्नशील है और रहना चाहिए। इसी उद्देश्य के साथ इस भवन का नाम यशवंत राव केलकर जी के नाम से रखा गया है। उन्होंने यह भी कहा कि विद्यार्थियों को सही दिशा देने का काम करने वाला संगठन विद्यार्थी परिषद है। उन्होंने कहा कि समाज की मजबूती के दो आधार हैं— पहला, इतिहास और दूसरा, चरित्र संपन्न लोगों की एकता। इन्हीं आधारों को ध्यान में रखते हुए अभाविप कार्यकर्ता निर्माण कार्य में लगे हैं। श्री आंबेकर ने कहा कि झारखंड वीर बलिदानियों की धरती है। यहां वीर बिरसा मुंडा, सिद्धो कान्हू, तिलका मांझी सहित सैकड़ों वीर पुरुषों का जन्म हुआ है। उन्होंने अपनी जन्मभूमि भारत और अपनी संस्कृति की रक्षा के लिए सर्वस्व न्योछावर कर दिया था। यही वजह है कि आज भी झारखंड में वह सारी संस्कृति देखने को मिलती है जिसकी रक्षा के लिए हमारे पूर्वजों ने अपना बलिदान दिया था।
विद्या भारती के सह संगठन मंत्री श्री केएन रघुनंदन ने कहा कि अभाविप से जीवन जीने की दृष्टि मिलती है। अभाविप देश के युवाओं में देशभक्ति का भाव जगा रही है। विद्यार्थी परिषद के राष्ट्रीय संगठन मंत्री श्री आशीष चौहान ने कोरोना काल में अभाविप के कार्यकर्ताओं द्वारा किए गए कार्यों के बारे में बताया। संघ के क्षेत्र प्रचारक श्री देवव्रत पाहन ने कहा कि अभाविप के कार्यकर्ता भारत को विश्वगुरु बनाने में अवश्य सफल होंगे। पद्मश्री अशोक भगत ने कहा कि अभाविप एक गतिशील संगठन है।
अभाविप के प्रदेश मंत्री सोमनाथ भगत ने बताया कि चार मंजिला यशवंत स्मृति भवन झारखंड के कार्यकर्ताओं के लिए ऊर्जा का केंद्र बनेगा। यह भवन महज कार्यालय नहीं, बल्कि कार्यकर्ताओं के लिए मंदिर के समान है।
दस वर्षों से पत्रकारिता में सक्रिय। राजनीति, सामाजिक और सम-सामायिक मुद्दों पर पैनी नजर। कर्मभूमि झारखंड।
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