अधिवक्ता आयुक्त अजय कुमार मिश्रा और विशेष अधिवक्ता आयुक्त विशाल सिंह के साथ दोनों पक्षों के लोगों ने ज्ञानवापी परिसर में दूसरे दिन का सर्वे का कार्य पूर्ण किया। वीडियोग्राफी के दौरान हिंदू स्थापत्य कला के साक्ष्य मिलने की बात सामने आई है। दीवारों पर मंदिर के अवशेष और स्वास्तिक चिन्ह भी मिले हैं। मस्जिद के अंदर मलबे को सफाईकर्मियों द्वारा हटाकर फोटोग्राफी और वीडियोग्राफी कराई गई है।10 परत की सुरक्षा व्यवस्था परिसर के चारों ओर की गई थी। वादी पक्ष के अधिवक्ता हरिशंकर जैन ने बताया कल भी दो घंटे सर्वे होगा। हमारा दावा सही दिशा में जा रहा है। आज कुछ कागजी कार्रवाई हो रही थी, जिसकी वजह से देर हुई।
अंदर मौजूद खम्भों से धूल हटाकर आकृतियों की वीडियोग्राफी की गई है। दरवाजों की ऊंचाई और चौड़ाई को भी नापा गया है। पश्चिमी दीवार, कूप का भी वीडियोग्राफी कराया गया है। मस्जिद की ओर नंदी का मुंह और दीवारों पर घंटी की आकृति भी सामने आई। कुल 52 लोगों की टीम अंदर गई थी। मलबे में काफी हिंदू धर्म से जुड़ी कलाकृतियों की मिलने के बात भी सामने आ रही है। कल चार तहखानों का वीडियोग्राफी की गई थी। आज सर्वे मस्जिद के ऊपरी तल पर किया गया। जहां मुसलमान नमाज पढ़ते हैं।
पुलिस कमिश्नर ए सतीश गणेश ने बताया कि कल की अपेक्षा आज सुरक्षा बढ़ा दी गई थी। न्यायालय की प्रक्रिया में कोई व्यवधान न हो इसके लिए मैदागिन से लेकर गोदौलिया के बीच सड़कों पर पैरामिलिट्री फोर्स, पीएसी, पुलिसकर्मियों ने सुरक्षा की कमान संभाल रखी थी। दर्शनार्थियों को गेट नं – 4 से दर्शन को भेजा जा रहा था। सर्वे दल गेट नं – 1 से अंदर गया था।
जिलाधिकारी कौशल राज शर्मा ने बताया कि “न्यायालय के आदेश पर सर्वे कराया गया है। पूरे मामले में दोनों पक्षों के साथ अधिकारियों की टीम सर्वे के समय उपस्थित थी। ” वादी पक्ष के पैरोकार सोहन लाल आर्य ने बताया कि जितनी उम्मीद थी उससे कहीं अधिक साक्ष्य मिले हैं। न्यायालय के आदेश पर कमीशन की कार्रवाई शांतिपूर्ण तरीके से हुई। जो भी साक्ष्य अंदर मिले हैं, वो सही दिशा में सर्वे को ले जा रहा है। पूरी रिपोर्ट 17 मई को न्यायालय में पेश होगी।
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