राजधानी दिल्ली में गर्मी बढ़ने के साथ ही आग लगने के मामले भी तेजी से बढ़ने लगे हैं। शुक्रवार को मुंडका इलाके में लगी आग ने 30 लोगों की जान ले ली। बीते मार्च महीने में भी गोकलपुरी इलाके में झुग्गियों में लगी आग ने सात लोगों की जान ले ली थी। गर्मी के मौसम में आग लगने का खतरा कई गुना बढ़ जाता है। यह भी देखने में आता है कि आग लगने का सबसे बड़ा कारण शार्ट-सर्किट होता है। दमकल निदेशक अतुल गर्ग की माने तो छोटी-छोटी बातों का ध्यान रखा जाए तो आग की घटनाओं से बचा जा सकता है।
दमकल विभाग के निदेशक ने बताया कि राजधानी में गर्मी के साथ आग लगने की घटनाएं भी बढ़ने लगती है। इनसे निपटने के लिए दमकल विभाग पहले से ही तैयारी कर लेता है। दमकल की सभी गाड़ियों को सर्दियों के दौरान ठीक करवा लिया जाता है, ताकि गर्मियों के समय उन्हें आग बुझाने में कोई दिक्कत न हो। इसके अलावा आग बुझाने के सभी आवश्यक उपकरण भी सर्दियों के मौसम में ही दमकल विभाग स्टॉक कर लेती है।
इसलिए गर्मी आने से पहले ही दमकल विभाग की टीम इससे निपटने के लिए पूरी तरह से तैयार रहती है। उन्होंने बताया कि दमकल में 500 से ज्यादा कर्मचारी कॉन्ट्रैक्ट पर आये हैं, जबकि 740 की भर्ती प्रक्रिया चल रही है। दमकल ने आग बुझाने के लिए हाल ही में ड्रोन का इस्तेमाल किया था। इसके अलावा उनके पास रोबोट है जो आग बुझाने में बहुत मददगार है।
उन्होंने बताया की जिन जगहों पर झुग्गी बनी हुई हैं, वहां गर्मियों में आग लगने की संभावना बढ़ जाती है। इन झुग्गियां में छत से लेकर अंदर रखा सामान ज्वलनशील होता है। झुग्गी की छत प्लास्टिक शीट, बांस, घास या टीन शेड की बनी होती है जो तुरंत आग पकड़ती है। गर्मी में तापमान पहले से अधिक होता है।
ऐसे में एक मामूली सी चिंगारी भी आग लगाने के लिए काफी होती है। भले ही वह शार्ट- सर्किट से उठी चिंगारी क्यों न हो। ऐसी जगहों पर अगर एक झुग्गी में भी आग लगी तो वह कुछ ही मिनटों में आसपास की झुग्गियों को अपनी चपेट में ले लेती हैं। यही वजह है कि गर्मी के समय में झुग्गियों में आग लगने का खतरा ज्यादा होता है।
दमकल निदेशक ने बताया कि राजधानी में आग लगने का सबसे बड़ा कारण बिजली से होने वाला शार्ट सर्किट है। गर्मियों के मौसम में लोग बिजली के उपकरण का इस्तेमाल करते समय सावधानियां नहीं बरतते हैं। इसकी वजह से शॉर्ट सर्किट होते हैं और आग लग जाती है। ऐसा देखने में आया है कि लोग अपने घर या दुकान में बिजली के लोड की जांच नहीं करवाते हैं।
ऐसे में जब बिजली के उपकरण लगातार चलते हैं और बिजली का लोड अधिक पड़ता है तो शार्ट सर्किट हो जाता है। उन्होंने बताया कि बिजली के उपकरण लगातार चलने से गर्म हो जाते हैं और इसकी वजह से भी उनमें शार्ट सर्किट होता है। इसलिए बिजली के उपकरण को बीच-बीच में कुछ देर के लिए बंद कर देना चाहिए।
जानिए कैसे करें बचाव
दमकल निदेशक अतुल गर्ग ने बताया कि आग लगने की घटनाओं में कई बार लोगों की जान चली जाती है। इसकी वजह है कि लोग आग लगने पर अपनी झुग्गी/घर/दुकान में रखा सामान निकालने में जुट जाते हैं। यहां सभी सामान आसपास रखे होते हैं। इसलिए यह आग मिनटों में पूरी जगह को चपेट में ले लेती है और सामान निकाल रहा शख्स अंदर ही फंस जाता है। उन्होंने झुग्गी में रहने वाले लोगों से अपील की है कि अगर आग लगी हो तो सामान निकालने में अपना समय व्यर्थ न करें। झुग्गी में आग लगी हो तो सबसे पहले अपनी व परिवार के सदस्यों की जान बचाएं। आग लगी हुई झुग्गी में सामान निकालने के लिए घुसना खतरनाक होता है। उन्होंने बताया कि आग लगने के दौरान कई बार सीढ़ियों के रास्ते लोगों के बाहर निकलने का रास्ता बंद हो जाता है। इसकी वजह से ज्यादा लोगों की मौत होती है।
आग की घटनाएं
- महीना – 2019- 2020- 2021- 2022
- जनवरी -2214- 2009- 1851- 1924
- फरवरी -1822- 2196- 1700- 1721
- मार्च -2251- 1638- 2573- 2612
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