अलीगढ़ में उद्योगों के विस्तार के लिए जमीन चाहिए। इस जरूरत को देखते हुए योगी सरकार ने किसानों से 48 हेक्टेयर जमीन खरीद कर वहां स्थल विकास की तैयारी शुरू कर दी है।
अलीगढ़ को तालानगरी के नाम से जाना जाता है, यहां के ताले दुनियाभर में विख्यात हैं। यूपी सरकार ने अलीगढ़ में जेवर एयरपोर्ट के साथ-साथ क्षेत्र में उद्योगों को बढ़ावा देने के लिए स्थानीय उद्योगपतियों और निवेशकों से चर्चा की थी। उस दौरान जानकारी में आया था कि नए उद्योग स्थापित करने के लिए जमीन चाहिए। अलीगढ़ में 50 साल पहले ताला उद्योग स्थापित हुए थे उसके बाद कल्याण सिंह सरकार ने नए उद्योगों को स्थापित करवाया था। उसके बाद किसी भी सरकार ने यहां की सुध नहीं ली।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ चाहते हैं कि यहां आईटीआई भी खुले और उद्योग भी स्थापित किये जाएं। आईटीआई से युवाओं को रोजगार परक शिक्षा मिलेगी। मुख्यमंत्री योगी ये भी चाहते हैं कि यहां फ्लैट नुमा भवन बनें और युवा उसे किराये पर लेकर अपने को ‘वेंडर’ के रूप में स्थापित करें। वो जब काम छोड़ें तो फ्लैट खाली कर जाएं, ताकि वहां दूसरा कोई कारोबार शुरू कर सके। सीएम योगी मानते हैं कि नए उद्योग जब स्थापित हो तो उन्हें बहुत सारा तैयार माल यहीं मिल जाए।
जिला उद्योग केंद्र के महाप्रबंधक श्रीनाथ पासवान ने बताया कि नए उद्योगों की स्थापना के लिए 48 हेक्टेयर जमीन ले ली गई है। वहां स्थल विकास का काम शुरू किया जा रहा है। 10-10 हजार वर्गमीटर के भूखंड उद्योगों के लिए आबंटित किये जाएंगे, जिनके लिए प्रार्थना पत्र लिए जाने वाले हैं। महाप्रबंधक पासवान ने बताया कि मुख्यमंत्री ने स्पष्ट कहा है कि सिंगल विंडो सिस्टम से 100 दिन के अंदर उद्योग को मंजूरी और उत्पादन के काम को शुरू करने का वातावरण देना है। उन्होंने बताया कि जुलाई में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ यहां नए औद्योगिक आस्थान का शुभारंभ करने आएंगे। अलीगढ़ में नया औद्योगिक आस्थान बन जाने से यहां रोजगार के नए अवसर पैदा होंगे और यहां के ताला उद्योग के उत्पादन और निर्यात में भी इजाफा होने की बात कही जा रही है।
टिप्पणियाँ