हिमाचल प्रदेश में फहराए गए खालिस्तानी झंडों को लेकर प्रतिबन्धित आतंकी संगठन सिख फार जस्टिस (SFJ) के आतंकी पन्नू ने दावा किया है कि इन झंडों को आम आदमी पार्टी के सिख कार्यकर्ता हिमाचल प्रदेश ले गए थे।
खालिस्तानी संगठन सिख फॉर जस्टिस का एक और वीडियो सोशल मीडिया पर आया है। इसके जरिए आम आदमी पार्टी और खालिस्तान का लिंक एक बार फिर सामने आया है। हिमाचल प्रदेश में फहराए गए खालिस्तानी झंडों को लेकर प्रतिबन्धित आतंकी संगठन सिख फार जस्टिस (SFJ) के आतंकी पन्नू ने दावा किया है कि इन झंडों को आम आदमी पार्टी के सिख कार्यकर्ता हिमाचल प्रदेश ले गए थे। इस दावे में कितनी सच्चाई है, इसका पता लगाना अभी बाकी है परन्तु आम आदमी पार्टी और खालिस्तानी तत्वों के बीच गठजोड़ को लेकर पैदा हुआ संदेह निरन्तर बढ़ता जा रहा है।
सिख फॉर जस्टिस ने एक वीडियो जारी किया है, जिसमें दावा किया गया है कि धर्मशाला में हिमाचल प्रदेश विधानसभा के बाहर लगाए गए खालिस्तान के झंडे आम आदमी पार्टी के कार्यकर्ताओं के माध्यम से भेजे गए थे। वे कार्यकर्ता मण्डी में अरविन्द केजरीवाल की जनसभा में भाग लेने के लिए भगवंत मान के साथ गए थे। हाल ही में धर्मशाला में हिमाचल प्रदेश विधानसभा के मुख्य द्वार और चारदीवारी पर खालिस्तान के झंडे बंधे मिले थे।
एसएफजे के महासचिव गुरपतवंत सिंह पन्नू ने वीडियो में कहा, चूंकि केजरीवाल-मान ने पंजाब चुनाव के दौरान खालिस्तान समर्थक सिखों को 60 लाख डॉलर से अधिक का दान देने का लालच दिया था, इसलिए एसएफजे खालिस्तान जनमत संग्रह को बढ़ावा देने के लिए सीएम भगवंत मान के करीबी कार्यकर्ताओं का इस्तेमाल करेगा।
पन्नू ने कहा, धर्मशाला में खालिस्तान के झंडे सीएम जयराम ठाकुर के लिए एक स्पष्ट संदेश है कि हिमाचल प्रदेश को खालिस्तान जनमत संग्रह के माध्यम से पुन: प्राप्त किया जाएगा और एक बार फिर पंजाब का हिस्सा होगा। एसएफजे ने घोषणा की है कि जून 2022 में ऑपरेशन ब्लूस्टार के 38वें वर्ष के दौरान खालिस्तान समर्थक समूह हिमाचल प्रदेश में खालिस्तान जनमत संग्रह के लिए मतदान की तारीख की घोषणा करेगा। इस वीडियो को देश की व्यवस्था के लिए एक चुनौती के तौर पर देखा जा रहा है। वहीं, पन्नू के इस वीडियो पर अभी आम आदमी पार्टी का पक्ष नहीं मिल सका है।
टिप्पणियाँ