झारखंड की खनन सचिव पूजा सिंघल के ठिकानों पर ईडी की कार्रवाई पर आम लोगों की टिप्पणी बहुत ही मजेदार है। सोशल मीडिया में लिखा जा रहा है कि मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने अपने स्वार्थ के लिए पूजा की ‘पूजा’ की और पूजा ने भी स्वार्थ साधने के सोरेन की ‘पूजा’ की। इसका फल दोनों को मिल रहा है। एक की कुर्सी खतरे में है और दूसरे की संपत्ति जब्त हो रही है।
झारखंड में प्रवर्तन निदेशालय की ओर से बड़ी कार्रवाई की गई है। मनरेगा घोटाला और अवैध खनन मामले में प्रवर्तन निदेशालय की टीम ने झारखंड के उद्योग और खनन सचिव आईएएस अधिकारी पूजा सिंघल के 20 ठिकानों पर छापेमारी की है। अब तक तकरीबन 17 करोड़ रुपए नगद और 8 करोड़ की अचल संपत्ति बरामद हुई है। वहीं लगभग 150 करोड़ रु. की बेहिसाब संपत्ति से संबंधित दस्तावेज भी मिले हैं, जिसकी छानबीन जारी है। इन सब में खास बात यह भी पता चला है कि पूजा सिंघल झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की काफी करीबी हैं। यही कारण है कि हेमंत सोरेन उनका बचाव करते दिखे। उन्होंने ईडी की छापेमारी को गीदड़ भभकी बताया।
रांची के अलावा मुजफ्फरपुर (बिहार) सहित राजस्थान, हरियाणा और एनसीआर के डेढ़ दर्जन से अधिक ठिकानों पर एक साथ छापा मारा गया। रांची में पूजा सिंघल के सरकारी आवास, पंचवटी रेसीडेंसी, ब्लॉक नंबर 9, चांदनी चौक हरिओम टावर, नई बिल्डिंग, लालपुर और रांची के पल्स हॉस्पिटल पर एक साथ छापा मारा गया। आपको बता दें कि पल्स हॉस्पिटल पूजा सिंघल के पति और व्यवसायी अभिषेक झा का है। यह भी पता चला है कि पूजा के पति अभिषेक झा दरभंगा के रहने वाले हैं। पूजा के ससुर कामेश्वर झा मुजफ्फरपुर में रहते हैं। यहां भी ईडी ने छापा मारा है। ईडी ने उनके ससुर कामेश्वर झा से भी पूछताछ की है। 17 करोड़ रुपए पूजा के सीए सुमन के पास रखे हुए थे, जिसे ईडी ने बरामद किए हैं। सुमन ने माना है कि यह पैसा पूजा का ही है।
ईडी द्वारा यह कार्रवाई रामविनोद सिन्हा से जुड़े मामले में हो रही है। पूरा मामला मनरेगा घोटाले से जुड़ा है। बता दें कि रामविनोद सिन्हा खूंटी में जूनियर इंजीनियर थे। उन दिनों पूजा सिंघल खूंटी की उपायुक्त थीं। पूजा सिंघल पर चतरा, खूंटी और पलामू जिले में उपायुक्त रहने के दौरान कई वित्तीय अनियमितताओं के गंभीर आरोप लगे हैं। खूंटी में मनरेगा की राशि में 18.06 करोड़ रुपए का घोटाला हुआ था। पूजा चतरा में भी 2007 से 2008 तक उपायुक्त रही हैं। वहां पर भी उन पर गड़बड़ी का आरोप लगा था। इसके साथ ही पलामू में उपायुक्त रहने के दौरान पूजा सिंघल पर लगभग 83 एकड़ भूमि एक निजी कंपनी को खनन के लिए देने का आरोप लगा था। इसके बाद उच्च न्यायालय के आदेश पर प्रवर्तन निदेशालय ने एक आरोपपत्र भी दाखिल किया था।
इस छापेमारी के बाद भाजपा सांसद निशिकांत दुबे ने ट्वीट कर झारखंड का सियासी पारा चढ़ा दिया है। उन्होंने आरोप लगाया है कि पूजा सिंघल ने मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन और उनके विधायक भाई बसंत सोरेन को कौड़ी के भाव में खान आवंटित किए।
पूजा सिंघल जी IAS खान व उद्योग सचिव झारखंड के परिवार,मित्र,CA,गुर्गों के पास मिले पैसे की गिनती के लिए मशीन की ज़रूरत पड़ी ।मुख्यमंत्री ग़रीबों का पैसा लुटेरों की तरह लूटने वाले आपके साथ,क्या झारखंड का आंदोलन आपके पिताजी ने लुटेरों को संरक्षण देने के लिए बनाया था? pic.twitter.com/z5wWQfxW0a
— Dr Nishikant Dubey (@nishikant_dubey) May 6, 2022
आपको बता दें कि हेमंत सोरेन के पास उद्योग और खनन मंत्रालय भी है। हाल ही में हेमंत सोरेन और उनके भाई बसंत सोरेन पर अपने पद का दुरुपयोग करते हुए अपने नाम से खनन का ठेका लेने का आरोप लगा है। मामला उच्च न्यायालय, राज्यपाल और चुनाव आयोग तक भी जा चुका है। इसके साथ ही हेमंत सोरेन की पत्नी कल्पना सोरेन पर भी चानो प्रखंड स्थित बड़े औद्योगिक क्षेत्र में 11 एकड़ औद्योगिक भूमि आवंटित किए जाने का भी आरोप लगा है। जिस कंपनी को यह भूमि दी गई है उस कंपनी का नाम सोहराय लाइफ प्राइवेट लिमिटेड है जिसकी निदेशक हेमंत सोरेन की पत्नी कल्पना सोरेन और उनकी साली सरला सोरेन हैं।
प्रवर्तन निदेशालय ने खनन और उद्योग सचिव पूजा सिंघल के ठिकानों पर छापेमारी कर कई दस्तावेज भी अपने कब्जे में लिया है। अनुमान लगाया जा रहा है कि इन दस्तावेजों से राज्य में कागजी बम फटेगा।
दस वर्षों से पत्रकारिता में सक्रिय। राजनीति, सामाजिक और सम-सामायिक मुद्दों पर पैनी नजर। कर्मभूमि झारखंड।
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