बिहार के मुजफ्फरपुर और मधुबनी जिले में दो हिंदू लड़कियों का अपहरण किया गया। इनमें से एक की हत्या हो चुकी है, दूसरी के बारे में कोई जानकारी नहीं है। इन दोनों मामलों में सभी आरोपी मुसलमान हैं।
ऐसा लगता है कि बिहार में जिहादी तत्वों पर कोई लगाम नहीं है। इस कारण कभी ये लोग कहीं हत्या करते हैं, कहीं अपहरण, तो कहीं बलात्कार। गत दिनों ऐसे दो मामले मिले। एक मामला मुजफ्फरपुर का है, तो दूसरा मामला मधुबनी का है। पहला मामला मुजफ्फरपुर के सरैया जैतपुर ओपी क्षेत्र के एक गांव का है। यहां 27 अप्रैल की सुबह 17 वर्षीया एक छात्रा बेहोशी की हालत में मिली। उसे अस्पताल पहुंचाया गया, लेकिन इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई। परिवार वालों का आरोप है कि उनकी बच्ची का अपहरण कर उसके साथ दुष्कर्म किया गया। बच्ची के पिता ने मोहम्मद वसीम, मोहम्मद उमर खान, मोहम्मद शब्बीर खान, शाहिद उर्फ लड्डू को नामजद और 4 अज्ञात को आरोपी बनाया है।
लड़की के पिता ने जैतपुर थाने में दिए गए आवेदन में बताया है कि 26 अप्रैल की रात उनकी बच्ची, जो इंटरमीडिएट की छात्रा थी, खाना खाने के बाद घर के पीछे हैंडपंप से पानी लेने गई, लेकिन बहुत देर तक वह वापस नहीं आई। इसके बाद उसकी खोजबीन शुरू की गई, लेकिन कई घंटे तक खोजने के बावजूद वह नहीं मिली। उसी रात तकरीबन 12:00 बजे उनके मोबाइल नंबर पर एक फोन आया जिसमें बेटी के रोने और चिल्लाने की आवाज आ रही थी। लेकिन जब घर वालों ने बात करने की कोशिश की तो फोन बंद कर दिया गया। इसके बाद अगले दिन सुबह कुछ लोगों ने बताया कि पास के एक पोखर के किनारे लड़की बेहोश पड़ी है। जब परिवार वाले उस पोखर की ओर जा रहे थे तो जैतपुर निवासी मोहम्मद वसीम, पिता समसुल खान और उसके कुछ परिजन लड़की को एक गाड़ी पर लाद कर कहीं ले जा रहे थे। उसके बाद उनकी बच्ची और मोहम्मद वसीम को वहीं के एक स्थानीय अस्पताल में भर्ती करवा दिया गया। जब लड़की की मां ने अपनी बेटी को देखा तो उसकी हालत बहुत ही गंभीर थी। पूरे शरीर पर गंभीर चोट के निशान मौजूद थे और लड़की काफी दर्द में थी। लड़की ने अपनी मां को बताया कि मोहम्मद वसीम खान, मोहम्मद उमर खान, मोहम्मद समीर खान, शाहिद के साथ चार और लोगों ने मिलकर उसके साथ दुष्कर्म किया है। इतना ही नहीं, उस लड़की को अंत में जहर भी पिलाने की कोशिश की गई। इसके बाद स्थानीय अस्पताल ने उसे बड़े अस्पताल में भेज दिया, जहां 28 अप्रैल की रात बच्ची की मौत हो गई। बच्ची के पिता ने सभी आरोपियों पर अपनी नाबालिग पुत्री के अपहरण, दुष्कर्म और हत्या का आरोप लगाया है।
पुलिस ने अस्पताल में उपचार करा रहे आरोपित मोहम्मद वसीम को हिरासत में ले लिया है, वहीं अन्य आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी की जा रही है।
दूसरी घटना मधुबनी की है। आरोप के अनुसार मोहम्मद बबलू ने 14 साल की एक हिंदू युवती का अपहरण कर लिया है। लड़की के परिवार वालों का आरोप है कि नौवीं कक्षा में पढ़ने वाली उनकी बेटी को मोहम्मद बबलू ने अपने झांसे में लेकर भगाया है। इस मामले में परिवार वालों ने थाने में मामला दर्ज करवाया है। पुलिस ने मोहम्मद बबलू के दोस्त को पकड़ा है। इसके बाद भी मोहम्मद बबलू बच्ची के घर वालों को ही धमका रहा है।
लड़की के परिजनों के अनुसार 27 अप्रैल को वे लोग अपने घर से थोड़ी दूर एक रिश्तेदार की शादी में गए थे। उसी रात नहरनियां गांव के रहने वाले मोहम्मद बबलू ने उनकी बेटी का अपहरण कर लिया। स्थानीय थाने में दिए गए आवेदन में लड़की के दादा ने मोहम्मद बबलू के खिलाफ अपहरण का मामला दर्ज करवाया है। प्राथमिकी में नहरनियां गांव के ही मोहम्मद बबलू नदाफ, मोहम्मद निजाम, मोहम्मद चांद, मोहम्मद रजा, मोहम्मद अफरोज, मोहम्मद आसिफ सहित सात लोगों को नामजद अभियुक्त बनाया गया है।
हालांकि इस मामले में पुलिस ने मोहम्मद अफरोज को गिरफ्तार कर न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया है साथ ही बताया कि जल्दी ही अपहृत लड़की को को भी बरामद कर लिया जाएगा। लेकिन लड़की के परिवार वाले पुलिस की कार्रवाई से संतुष्ट नहीं हैं। उनका कहना है कि आरोपी उन्हें धमकी दे रहे हैं, इसके बावजूद पुलिस मामले को गंभीरता से नहीं ले रही है।
दस वर्षों से पत्रकारिता में सक्रिय। राजनीति, सामाजिक और सम-सामायिक मुद्दों पर पैनी नजर। कर्मभूमि झारखंड।
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