राजस्थान के जोधपुर में हुए सांप्रदायिक तनाव के बीच कर्फ्यू लगाने के बाद फिलहाल स्थिति नियंत्रण में है, लेकिन माहौल अब भी तनावपूर्ण है। दस थाना क्षेत्र पुलिस छावनी में बदल चुके हैं। पुलिस की गश्त और मार्च पास्ट जारी है। देर रात तक पुलिस ने 90 से ज्यादा लोगों को जिला पूर्व और पश्चिम में अब तक शांति भंग के आरोप में हिरासत में लिया है। कुल आठ प्रकरण पुलिस में दर्ज हुए हैं। इनकी संख्य बढ़ भी सकती है।
जिला पूर्व में तीन प्राथमिकी पुलिस दर्ज कर चुकी है। चौथी रिपोर्ट परिवादी की तरफ से दी जाने की कार्रवाई की जा रही थी। वहीं, जिला पश्चिम में पुलिस को पांच-छह परिवाद मिले हैं। जिनमें पांच पर प्राथमिकी दर्ज की गई है। जिला पूर्व में अभी तक 50 लोगों को लगभग शांति व्यवस्था बिगाड़ने के लिए हिरासत में लिया गया है ऐसे ही पश्चिम में भी 40 से ज्यादा लोग हिरासत में लिए गए हैं।
पुलिस उपायुक्त पूर्व भुवनभूषण यादव ने बताया कि दो प्राथमिकी सदर बाजार, एक खांडा फलसा में दर्ज हुई है। एक अन्य भी सदर बाजार में दर्ज हो सकती है। 50 से ज्यादा लोगों को शांति भंग में हिरासत में लिया गया है। अतिरिक्त पुलिस उपायुक्त पश्चिम हरफूल सिंह ने बताया कि 40 से ज्यादा लोगों का राउण्डअप किया गया है। पांच-छह परिवाद पुलिस को मिले हैं। जिस पर एफआईआर कुछ में दर्ज हो गई है।
आरोपियों के घरों से तलवारें और तेजाब की बोतलें
दंगाईयों ने सुनारों का बास में बेजा आतंक मचाया। यहां पर खुलेआम तलवारें निकाली गईं और तेजाब की बोतलों से हमला हुआ।
सूरसागर में कर्फ्यू के बावजूद चाकूबाजी, एक घायल
इधर कमिश्नरेट का जिला पश्चिम का सूरसागर थाना क्षेत्र में दोपहर में कर्फ्यू लगा दिया था। मगर बावजूद इसके गेंवा बाइपास रोड पर एक ही पक्ष के दो लोगों में विवाद हो गया। विवाद में बीच बचाव करने गए एक युवक को चाकू से हमला कर घायल कर दिया गया। घायल युवक राजू मेवाड़ा बताया जाता है। गेंवा बाइपास रोड पर वाल्मीकि समाज के कुछ युवकों में झगड़ा हुआ था। इस झगड़े में राजू मेवाड़ा को चाकू लगने पर मथुरादास माथुर अस्पताल में भर्ती करवाया गया। सूरसागर थानाधिकारी गौतम डोटासरा ने बताया कि इस घटना का शहर में हुए विवाद का कोई लेना देना नहीं है।
(सौजन्य सिंडिकेट फीड)
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