ईद के मौके पर मंगलवार को जोधपुर में दो समुदायों के बीच हिंसक झड़प हो गई। पुलिस के मुताबिक इस विवाद की शुरुआत सोमवार आधी रात को ही हो गई थी, मंगलवार को ईद के दिन यह विवाद इतना बढ़ गया कि पथराव शुरू हो गया। स्वतंत्रता सेनानी बालमुकुंद बिस्सा की प्रतिमा पर ध्वज लगा था और उसे हटाकर इस्लामी झंडा लगाने की कोशिश की गई। इसका लोगों ने विरोध किया। इस पर दोनों समुदाय के लोग आमने-सामने आ गए।
हिंसा भड़काने के आरोप में पुलिस ने 50 से ज्यादा आरोपियों को गिरफ्तार किया है। जोधपुर के दस जगहों पर कर्फ्यू लगाया गया है। यह 4 मई रात 12 बजे तक लागू रहेगा।
वहीं सोशल मीडिया पर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत निशाने पर आए। मंगलवार यानी आज उनका जन्मदिन भी है। इस पर सोशल मीडिया पर लोगों ने कहा कि जोधपुर में हिंसा बढ़ रही है और मुख्यमंत्री अशोक गहलोत अपना जन्मदिन मनाने में व्यस्त हैं।
कांग्रेसी राज में औरंगजेबी मानसिकता हावी
भाजपा नेता राज्यवर्धन सिंह राठौड़ ने मामले को लेकर ट्वीट किया है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस राज में औरंगजेबी मानसिकता किस तरह हावी हो गई है, यह जोधपुर की घटना से साफ पता चलता है। जालोरी गेट पर स्वतंत्रता सेनानी बालमुकुंद बिस्सा की मूर्ति से झंडा उतारकर विशेष तरह का झंडा फहराना और फिर पत्थरबाजी की घटना, बिना सत्ता के संरक्षण में संभव नहीं हो सकती है।
मुख्यमंत्री गहलोत की इस्तीफे की मांग
केंद्रीय मंत्री अर्जुन मेघवाल ने भी गहलोत सरकार पर तुष्टिकरण की राजनीति करने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि प्रदेश के करौली, अलवर और जालौरी गेट, जोधपुर सहित पूरे प्रदेश में हो रही घटनाओं से प्रदेश के सांप्रदायिक सौहार्द बिगड़ने की घटनाएं निंदाजनक है। लचर कानून व्यवस्था वाली कांग्रेस सरकार की तुष्टिकरण की नीति का खामियाजा आज पूरा प्रदेश भुगत रहा है। ऐसी भ्रष्ट व कुत्सित मानसिकता वाली कांग्रेस सरकार को सत्ता में रहने का कोई हक नहीं है। अगर नैतिकता का अंश बचा हो तो, गृह विभाग के मुखिया अशोक गहलोत जी को अपने पद से तुरंत इस्तीफा दे देना चाहिए।
Official Mail - ambuj.panchjanya@bpdl.in
अम्बुज भारद्वाज पाञ्चजन्य में सोशल मीडिया कॉर्डिनेटर के रूप में कार्यरत हैं। अम्बुज कई मुद्दों पर पाञ्चजन्य के लिए ग्राउंड रिपोर्टिंग भी कर चुके हैं। राजनीति और अंतरराष्ट्रीय संबंध और इनवेस्टिगेटिव जर्नलिज्म विशेष रुचि के क्षेत्र हैं। उनके कई ग्राउंड रिपोर्टिंग और फेक न्यूज़ को उजागर करने वाली रिपोर्ट्स को देशभर में सराहा गया।
टिप्पणियाँ