उत्तर प्रदेश में इन दिनों बुलडोजर की खूब चर्चा है। उत्तर प्रदेश ही नहीं, अपराधियों को बुलडोजर का भय अब मध्य प्रदेश और दिल्ली तक में सताने लगा है। कुछ दिन पहले एक ब्रिटिश सांसद नादिया ने एक वीडियो जारी करके इसी बुलडोजर की चर्चा की थी। उन्होंने दिल्ली सहित कई राज्यों की बात करते हुए ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन से सवाल किया था कि क्या वे इस मामले को प्रधानमंत्री मोदी के सामने उठाएंगे? नादिया के उसी वीडियो के जवाब में केन्द्रीय कानून मंत्री किरन रिजिजू ने जबरदस्त प्रतिकिया दी है।
दरअसल ब्रिटेन की सांसद नादिया व्हिटोम ने अपने वीडियो में कहा था कि, ‘जब हमारे पीएम भारत दौरे पर गए थे तो उन्होंने एक जेसीबी फैक्ट्री के बाहर अपनी तस्वीर खिंचवाई थी। अभी कुछ ही दिन पहले बीजेपी ने जेसीबी मशीनों का इस्तेमाल करके मुस्लिमों के घर और दुकानें गिराई थीं। दिल्ली में मस्जिद के गेट के बाहर की दुकानों को भी गिराया गया। साथ ही भारत के राज्यों में भी कुछ सरकारों ने यही काम किया। मैं फिर से पूछती हूं कि क्या पीएम इस मुद्दे को प्रधानमंत्री के सामने उठाएंगे? क्या यहां मौजूद मंत्री इस बात को स्वीकार करेंगे कि प्रधानमंत्री के भारत दौरे से मोदी की राइटविंग सरकार की इस कार्रवाई पर कोई असर पड़ेगा’?
अब सांसद नादिया के इन आरोपों पर भारत की तरफ से किरन रिजिजू ने प्रतिक्रिया देते हुए ट्वीट में लिखा है कि ‘भारतीय मूल की युवा सांसद भारत को बदनाम करने की कोशिश कर रही हैं। वे सिर्फ टुकड़े-टुकड़े गैंग के ‘एंटी इंडिया कैंपेन’ की शिकार हैं। वहीं एक दूसरी सांसद हैं जारा सुल्ताना, जो कि पीओके से हैं, लेकिन उन्हें अब तक वहां चल रहे मानवाधिकार के घोर उल्लंघन नहीं नजर आ रहे’।
रिजिजू ने एक और ट्वीट में कहा कि, ‘दोष इस युवा सांसद का नहीं है, क्योंकि वह सच्चाई नहीं जानतीं और भारतीयों की नकारात्मक छवि सामने रख रही हैं। ये टुकड़े-टुकड़े गैंग के ‘नेगेटिव कैंपेन’ का असर है, जिसका एक ही काम है कि मोदी सरकार की बड़ी उपलब्धियों को बेकार बताना। भारत में कानून का राज चलता है।’
उल्लेखनीय है कि कुछ दिन पहले ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन भारत आए थे। यहां उन्होंने प्रधानमंत्री मोदी के साथ भेंट की थी। दोनों के बीच कई अहम मुद्दों पर चर्चा हुई थी। अब ब्रिटेन में उनके विपक्षी सांसद इस दौरे के संदर्भ में जॉनसन को घेरने की कोशिश कर रहे हैं।
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