उत्तराखंड के शिक्षा मंत्री डॉ धन सिंह रावत ने कहा है कि उत्तराखंड के लोगों से राय मशविरा कर स्कूली पाठ्यक्रम में गीता और वेद जैसे विषय भी शामिल किए जाएंगे। उन्होंने कहा कि नई शिक्षा नीति इसी शिक्षा सत्र से लागू की जाएगी।
शिक्षा मंत्री डॉ धन सिंह रावत ने कहा कि नई शिक्षा नीति को हमारा राज्य सबसे पहले लागू करने जा रहा है। इस शिक्षा नीति में 30 से 40 फीसदी तक पाठ्यक्रम राज्यों को अपने हिसाब से लागू करने की छूट है। उत्तराखंड देव भूमि है, इसलिए हम अपनी सांस्कृतिक विरासत को नई पीढ़ी के साथ साझा करने के लिए संकल्पित हैं। डॉ रावत ने कहा कि वेद, पुराण, गीता, रामायण और अपने उत्तराखंड के इतिहास को हम नई शिक्षा नीति के पाठ्यक्रम में सम्मलित करना चाहते हैं और इसके लिए हमने शिक्षाविदों और अन्य सम्मानितजनों से राय और सुझाव मांगे हैं। उम्मीद है कि हम अपने संकल्प को पूरा कर लेंगे।
शिक्षा मंत्री रावत ने ये भी कहा कि हम उत्तराखंड के पहाड़ी क्षेत्रों में पीपीपी मोड में निजी स्कूलों से अनुबंध करने की योजना बना रहे हैं, उन्हें हम जमीन देकर उन्हें स्कूल संचालित करने की योजना पर काम कर रहे हैं। डॉ रावत ने कहा कि नई शिक्षा नीति पर गौर करें तो ये बच्चे के व्यक्तित्व विकास के बेहद उपयोगी साबित होने जा रही है।
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