सहारनपुर जिले के सफेदपोश माफिया माने जाते पूर्व एमएलसी हाजी इकबाल के भाई पूर्व एलएलसी महमूद अली के खिलाफ भी प्रशासन ने सख्ती शुरू कर दी है। प्रदूषण बोर्ड ने एनजीटी द्वारा डाले गए 50 करोड़ की रकम वसूलने के लिए नोटिस इनके घरों पर चिपका दिया है।
हाजी इकबाल और महमूद अली ने जमुना नदी में अवैध खनन करा के यहां के इको सिस्टम को भारी नुकसान पहुंचाया था, जिसके बाद प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड और नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल ने इसे गंभीर अपराध मानते हुए 50 करोड़ का जुर्माना लगाया है। एसएसपी सहरानपुर आकाश तोमर के मुताबिक जुर्माने की रकम वसूलने के लिए प्रदूषण बोर्ड को पुलिस फोर्स उपलब्ध करा दी गयी थी, किंतु महमूद अली अपने ठिकानों से फरार है, लिहाजा उनके घर वसूली का नोटिस चिपका दिया गया है।
एसएसपी तोमर ने बताया कि हाजी इकबाल के गुर्गे नसीम के नाम से 50 बेनामी सम्पत्तियों का खुलासा हुआ है और इनकी कीमत करीब 21 करोड़ रुपए आंकी गयी है। इसको कुर्क किया जाएगा। उन्होंने बताया कि दोनों भाईयों पर गैंगस्टर एक्ट लगाया जा चुका है। इनकी शुगर मिल्स, गोल्डन एग्रीकल्चर की 600 बीघा जमीन को भी राजस्व विभाग अपने नियंत्रण में ले रहा है। एसएसपी आकाश तोमर ने बताया कि दोनों गैंगस्टरों के करीबियों पर भी पुलिस और प्रशासन की जांच पड़ताल चल रही है। उन्होंने कहा कि ईडी ने भी यहां छापेमारी की थी उनके मामले भी इन पर विचाराधीन हैं।
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