5 हजार रुपये से महंगा उपहार बनेगा सरकारी संपत्ति 
July 10, 2025
  • Read Ecopy
  • Circulation
  • Advertise
  • Careers
  • About Us
  • Contact Us
android app
Panchjanya
  • ‌
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • अधिक ⋮
    • जीवनशैली
    • विश्लेषण
    • लव जिहाद
    • खेल
    • मनोरंजन
    • यात्रा
    • स्वास्थ्य
    • धर्म-संस्कृति
    • पर्यावरण
    • बिजनेस
    • साक्षात्कार
    • शिक्षा
    • रक्षा
    • ऑटो
    • पुस्तकें
    • सोशल मीडिया
    • विज्ञान और तकनीक
    • मत अभिमत
    • श्रद्धांजलि
    • संविधान
    • आजादी का अमृत महोत्सव
    • मानस के मोती
    • लोकसभा चुनाव
    • वोकल फॉर लोकल
    • जनजातीय नायक
    • बोली में बुलेटिन
    • पॉडकास्ट
    • पत्रिका
    • ओलंपिक गेम्स 2024
    • हमारे लेखक
SUBSCRIBE
  • ‌
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • अधिक ⋮
    • जीवनशैली
    • विश्लेषण
    • लव जिहाद
    • खेल
    • मनोरंजन
    • यात्रा
    • स्वास्थ्य
    • धर्म-संस्कृति
    • पर्यावरण
    • बिजनेस
    • साक्षात्कार
    • शिक्षा
    • रक्षा
    • ऑटो
    • पुस्तकें
    • सोशल मीडिया
    • विज्ञान और तकनीक
    • मत अभिमत
    • श्रद्धांजलि
    • संविधान
    • आजादी का अमृत महोत्सव
    • मानस के मोती
    • लोकसभा चुनाव
    • वोकल फॉर लोकल
    • जनजातीय नायक
    • बोली में बुलेटिन
    • पॉडकास्ट
    • पत्रिका
    • ओलंपिक गेम्स 2024
    • हमारे लेखक
Panchjanya
panchjanya android mobile app
  • होम
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • विश्लेषण
  • मत अभिमत
  • रक्षा
  • धर्म-संस्कृति
  • पत्रिका
होम भारत

5 हजार रुपये से महंगा उपहार बनेगा सरकारी संपत्ति 

 मुख्यमंत्री ने कुछ दिन पहले आदेश दिया कि अफसरों, मंत्रियों एवं उनके परिजनों को संपत्ति का विवरण सार्वजनिक करना होगा. 

by लखनऊ ब्यूरो
Apr 29, 2022, 03:40 pm IST
in भारत, उत्तर प्रदेश
FacebookTwitterWhatsAppTelegramEmail

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री पारदर्शिता लाने के लिए लगातार प्रयास कर रहे हैं. मुख्यमंत्री ने कुछ दिन पहले आदेश दिया कि अफसरों, मंत्रियों एवं उनके परिजनों को संपत्ति का विवरण सार्वजनिक करना होगा. अब मुख्यमंत्री ने आदेश दिया है कि सरकार में कोई भी मंत्री 5 हजार रुपये से अधिक मूल्य का उपहार स्वीकार नहीं करेंगे. अगर कोई 5 हजार रूपये से महंगा उपहार लेता है तो उसे सरकारी संपत्ति समझा जाएगा.

उत्तर प्रदेश सरकार के मंत्रियों को यह भी निर्देश दिया गया है कि किसी भी सम्मान समारोह में शामिल होने से पहले आयोजन करने वाले कि जांच अवश्य करा लें. अगर आयोजक संस्था या संगठन पर किसी तरह का कोई आरोप पाया जाता है तो ऐसे आयोजनों में शामिल होने से परहेज करें.

उल्लेखनीय है कि  कुछ दिन पहले मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मंत्रियों, आईएएस और आईपीएस अफसरों, उनकी पत्नी और परिजनों को अपनी संपत्ति का ब्योरा सार्वजनिक करने का आदेश दिया था.

 प्रत्येक वर्ष  सभी मंत्री अपनी संपत्ति का ब्योरा देंगे. इसी प्रकार आईएएस और आईपीएस अफसर एवं उनके परिजन भी यह विवरण देंगे कि वर्तमान वर्ष में उनकी चल और अचल संपत्ति  कितनी बढ़ी है या फिर घटी है. इसके साथ ही यह भी आवश्यक किया गया है कि संपत्ति के इस  विवरण को वेबसाइट पर भी सार्वजनिक किया जाए. इसके पीछे मंशा यह है कि जनता को भी यह मालूम रहना चाहिए कि मंत्री या नौकरशाह के पास कितनी संपत्ति है. मुख्यमंत्री ने आदेश दिया है कि किसी भी मंत्री के परिवार का कोई भी व्यक्ति सरकारी कार्य में दखल नहीं देगा. अगर ऐसा करता हुआ कोई पाया जाता है तो उसे बर्दाश्त नहीं किया जाएगा.

Topics: आईपीएस अफसरसंस्था या संगठनमुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथआईएएस
ShareTweetSendShareSend
Subscribe Panchjanya YouTube Channel

संबंधित समाचार

UP ने रचा इतिहास : एक दिन में लगाए गए 37 करोड़ पौधे

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ

मुस्लिम वोट बैंक के कारण विदेशी आक्रांताओं के खिलाफ एक भी शब्द नहीं बोलती कांग्रेस-सपाः योगी

Uttar Pradesh CM Yogi Divyang priest

कन्नौज में बजरंग बली मंदिर निर्माण में बाधा: दिव्यांग पुजारी की CM योगी से गुहार, न्याय का आश्वासन

उद्घाटन कार्यक्रम में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को ब्रह्मोस मिसाइल का प्रतीक भेंट किया गया

‘ब्रह्मास्त्र’ है ब्रह्मोस

यूपी से पाकिस्तानी नागरिकों को भेजा गया वापस, CM योगी खुद कर रहे मॉनिटरिंग

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ

सेवा, सुरक्षा और सुशासन के 8 वर्ष 

टिप्पणियाँ

यहां/नीचे/दिए गए स्थान पर पोस्ट की गई टिप्पणियां पाञ्चजन्य की ओर से नहीं हैं। टिप्पणी पोस्ट करने वाला व्यक्ति पूरी तरह से इसकी जिम्मेदारी के स्वामित्व में होगा। केंद्र सरकार के आईटी नियमों के मुताबिक, किसी व्यक्ति, धर्म, समुदाय या राष्ट्र के खिलाफ किया गया अश्लील या आपत्तिजनक बयान एक दंडनीय अपराध है। इस तरह की गतिविधियों में शामिल लोगों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी।

ताज़ा समाचार

‘अचानक मौतों पर केंद्र सरकार का अध्ययन’ : The Print ने कोविड के नाम पर परोसा झूठ, PIB ने किया खंडन

UP ने रचा इतिहास : एक दिन में लगाए गए 37 करोड़ पौधे

गुरु पूर्णिमा पर विशेष : भगवा ध्वज है गुरु हमारा

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को नामीबिया की आधिकारिक यात्रा के दौरान राष्ट्रपति डॉ. नेटुम्बो नंदी-नदैतवाह ने सर्वोच्च नागरिक सम्मान दिया।

प्रधानमंत्री मोदी को नामीबिया का सर्वोच्च नागरिक सम्मान, 5 देशों की यात्रा में चौथा पुरस्कार

रिटायरमेंट के बाद प्राकृतिक खेती और वेद-अध्ययन करूंगा : अमित शाह

फैसल का खुलेआम कश्मीर में जिहाद में आगे रहने और खून बहाने की शेखी बघारना भारत के उस दावे को पुख्ता करता है कि कश्मीर में जिन्ना का देश जिहादी भेजकर आतंक मचाता आ रहा है

जिन्ना के देश में एक जिहादी ने ही उजागर किया उस देश का आतंकी चेहरा, कहा-‘हमने बहाया कश्मीर में खून!’

लोन वर्राटू से लाल दहशत खत्म : अब तक 1005 नक्सलियों ने किया आत्मसमर्पण

यत्र -तत्र- सर्वत्र राम

NIA filed chargesheet PFI Sajjad

कट्टरपंथ फैलाने वाले 3 आतंकी सहयोगियों को NIA ने किया गिरफ्तार

उत्तराखंड : BKTC ने 2025-26 के लिए 1 अरब 27 करोड़ का बजट पास

  • Privacy
  • Terms
  • Cookie Policy
  • Refund and Cancellation
  • Delivery and Shipping

© Bharat Prakashan (Delhi) Limited.
Tech-enabled by Ananthapuri Technologies

  • Search Panchjanya
  • होम
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • विश्लेषण
  • लव जिहाद
  • खेल
  • मनोरंजन
  • यात्रा
  • स्वास्थ्य
  • धर्म-संस्कृति
  • पर्यावरण
  • बिजनेस
  • साक्षात्कार
  • शिक्षा
  • रक्षा
  • ऑटो
  • पुस्तकें
  • सोशल मीडिया
  • विज्ञान और तकनीक
  • मत अभिमत
  • श्रद्धांजलि
  • संविधान
  • आजादी का अमृत महोत्सव
  • लोकसभा चुनाव
  • वोकल फॉर लोकल
  • बोली में बुलेटिन
  • ओलंपिक गेम्स 2024
  • पॉडकास्ट
  • पत्रिका
  • हमारे लेखक
  • Read Ecopy
  • About Us
  • Contact Us
  • Careers @ BPDL
  • प्रसार विभाग – Circulation
  • Advertise
  • Privacy Policy

© Bharat Prakashan (Delhi) Limited.
Tech-enabled by Ananthapuri Technologies