केदारनगरी में पंडों तीर्थ पुरोहितों के घरों में चोरी हों गयीं है। ये खबर चौकाने वाली इस लिए है कि केदारनाथ में भगवान के द्वार के आसपास भी चोर घरों में क्या ताले तोड़कर सामान चुरा सकते है ?
जानकारी के अनुसार बाबा के कपाट 3 मई को खुलने है उससे पहले पंडा तीर्थ पुरोहित समाज के लोग वहां अपने घरों और दुकानों की तरफ सप्ताह भर पहले पहुंचते है। आज जब वे लोग वहां पहुंचे तो अपने घरों और दुकानों के हालात देख कर दंग रह गए। उनके घरों और दुकानों के दरवाजे टूटे मिले और चोरों ने राशन कपड़े यहां तक कि लौटा और प्लेट तक नही छोड़े।
आम तौर पर हर साल कपाट बंद होने के दो दिन बाद सभी लोग केदारनाथ नगरी छोड़कर नीचे अपने गांवों की तरफ चले आते है। इस साल भी पांडे तीर्थ पुरोहित और दुकानदार चले आये और जब वापिस पहुंचे तो उन्हें ये सब कुछ देखने को मिला। जानकारी के अनुसार करीब एक दर्जन घरों दुकानो में चोरी हुई है।
शरद ऋतु में केदारनाथ में मजदूर, निर्माण कार्यों की गतिविधियों में लगे रहते है ऐसा अनुमान लगाया गया है कि इन्ही श्रमिकों में से किसी ने ये हरकत की होगी। ऐसा भी माना जारहा है कि केदारनगरी में बर्फबारी के दौरान राशन की किल्लत हुई हो तो किसी ने दुकानों को तोड़कर कहीं समान न निकाल लिया हो।
केदार घाटी में वैसे तो पुलिस चौकी भी है लेकिन बर्फबारी में वो भी नीचे शिफ्ट हो जाती है। जानकारी मिली है कि पंडित अंकित सेमवाल, पंडित जयंत सेमवाल, पंडित जयंती प्रसाद कुर्मांचली के यहाँ ताले टूटे मिले और समान गायब मिला जबकि पंडित शैलेश बगवाड़ी जी ने बताया की उनकी दुकान से सारा का राशन चोरी चला गया है।।
बरहाल जिनके घरों दुकानो में चोरी हुई है उनमें गुस्सा है और इसकी शिकायत रुद्रप्रयाग पुलिस के पोर्टल पर भी की गई है जिस पर पुलिस ने जवाब दिया है कि सूचना दर्ज कर ली गयी और इसे केदारनाथ पुलिस चौकी को तफ्तीश के लिए भेज दी गयी है।
इससे पहले चतुर्थ केदार माने जाते रुद्रनाथ मन्दिर के ताले भी टूटे मिले थे। इस चोरी के विरोध में गोपेश्वर बाजार बंद भी हुआ और इस चोरी का खुलासा अभी तक पुलिस ने नही किया और अब केदारनाथ परिसर में भी चोरी की वारदातें हो गयी।
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