मध्य असम का जिला नगांव अपराधियों की अवैध गतिविधियों का केंद्र बन गया है। पिछले 12 महीने में हजारों अपराधियों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है, जिनमें से ज्यादातर मुसलमान हैं। नगांव पुलिस ने पिछले कई महीने में जिले के विभिन्न हिस्सों से 600 से अधिक नशा तस्करों और 100 से अधिक गौ तस्करों को गिरफ्तार किया था। जिला अब नकली भारतीय मुद्रा नोट (एफआईसीएन) की छपाई का केंद्र बन गया। नगांव पुलिस ने मंगलवार को दो अपराधियों मुक्तदुल इस्लाम और फैजुल इस्लाम को एफआइसीएन का कारोबार करते रंगेहाथ गिरफ्तार किया। पुलिस टीम ने एक FICN प्रिंटिंग मशीन जब्त की।
सब इंस्पेक्टर मुन्ना पचोनी और उनकी टीम ने सिमलुगुरी के वीडीपी की मदद से पोमिलाटी गांव, कचुआ क्षेत्र में दो अपराधियों के कब्जे से नकली नोट बनाने की मशीन, 500 रुपये मूल्य के 327 नकली नकली नोट और अन्य सामान बरामद किया। पुलिस सूत्रों ने बताया कि गिरफ्तार अपराधी नकली नोट छापते हैं और राज्य के विभिन्न हिस्सों में भेजते हैं। पुलिस अन्य राज्यों के भी FICN रैकेट की संलिप्तता की जांच कर रही है।
पिछले हफ्ते नगांव पुलिस ने जिले में एक और FICN रैकेट का भंडाफोड़ किया था। डीएसपी दीप्ति माली ने एफआईसीएन व्यापार में शामिल एक गिरोह को पकड़ने के लिए एक ऑपरेशन में एक पुलिस टीम का नेतृत्व किया। दिगलियाती क्षेत्र के अभियान के दौरान, मुस्लिम अपराधियों ने पुलिस दल पर हमला कर दिया, जिसमें एक पुलिसकर्मी घायल हो गया, जिसके बाद पुलिस को गोली चलानी पड़ी और एक अपराधी बाबुल अली के पैर में एक गोली लग गई। दो अन्य अपराधियों को सफलतापूर्वक पकड़ा गया और भारी मात्रा में एफआईसीएन और नकदी बरामद की गई। गिरफ्तार किए गए एफआईसीएन रैकेट अपराधियों में बाबुल अली, मोहम्मद अब्दुल हसन और मोहम्मद ऐजुल हक हैं। पुलिस टीम ने भारतीय मुद्रा नोट की एक तस्वीर के साथ कागज के छह बंडल बरामद किए। पुलिस को संदेह है कि इसमें अंतरराष्ट्रीय रैकेट शामिल है।
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