धार्मिक स्थलों पर लाउडस्पीकर को लेकर जहां कुछ राज्यों में बवाल हो रहा है तो वहीं उत्तर प्रदेश में सीएम योगी के आदेश का लोग स्वेच्छा से पालन कर रहे है। सभी धर्मों के लोग स्वयं ही मंदिर-मस्जिदों में लगे अतिरिक्त लाउडस्पीकर को उतारने का काम कर रहे हैं। साथ ही मानक के अनुरूप लाउडस्पीकर की आवाज को धीमा कर रहे हैं।
प्रदेश में बुधवार की शाम तक 72 घंटे के अभियान में धर्मस्थलों से कुल 10923 अवैध लाउडस्पीकर हटवाए गए, जबकि धर्मस्थलों पर लगे 35221 लाउडस्पीकर की आवाज निर्धारित मानक के अनुसार कम कराई गई।
बता दें कि सीएम योगी के इस अभियान की शुरुआत सबसे पहले श्रीकृष्णजन्मभूमि मथुरा में लगाए गए लाउडस्पीकर के उतारने से हुई थी. जिसके बाद पूरे प्रदेश में यह अभियान चला।
अपर पुलिस महानिदेशक (कानून एवं व्यवस्था) प्रशांत कुमार ने बताया कि लखनऊ कमिश्नरेट पुलिस दोनों धर्मों के लोगों से बातचीत करने के बाद आपसी सहमति मिलने पर लाउडस्पीकर को उतारने का कार्य कर रही है। इसमें सभी धर्मों के धर्मगुरु प्रशासन का पूरा सहयोग कर रहे हैं। पुलिस और प्रशासन के लोग मंदिर, मस्जिद और गुरुद्वारों में लाउड स्पीकर उतरवाये जाने का कार्य किया जा रहा है।
बलरामपुर जनपद स्थित शक्तिपीठ देवी पाटन के मंदिर में भी तीन लाउडस्पीकर को उतरवाया गया है। शक्तिपीठ के मुताबिक राज्य सरकार के निर्देशों का पालन करते हुए देवी पाटन मंदिर में चार स्पीकरों में से तीन स्पीकरों को उतरवा दिया है। महंत ने सभी धर्म गुरुओं और लोगों से से अपील की है कि जनहित में राज्य सरकार द्वारा उठाये जा रहे इस कदम में सहयोग दें। सादुल्लानगर थाना प्रभारी ने बताया कि बड़ी मस्जिद अलाउद्दीनपुर से अतिरिक्त लाउडस्पीकर को उतरवाया गया। साथ ही सिद्धेश्वरनाथ मंदिर और अलाउद्दीनपुर के शिव मंदिर में लगे दो लाउडस्पीकर उतारे गये हैं।
राज्य सरकार के आदेश के बाद लखनऊ, वाराणसी, गोरखपुर, बलरामपुर बस्ती, प्रयागराज, मथुरा, कानपुर, नोएडा, कन्नौज समेत प्रदेश के सभी जनपदों के मंदिर, मस्जिद और धार्मिक स्थलों पर लगे अतिरिक्त लाउड स्पीकर को उतारने का काम तेजी से किया जा रहा है। इसमें सभी धर्मों के लोगों का पूरा-पूरा सहयोग मिल रहा है।
वहीं पश्चिम उत्तर प्रदेश के धार्मिक स्थलों से भी 809 लाउडस्पीकर उतारे गए। जिनमे सबसे अधिक संख्या देवबंद से रही। बिजनौर जिले में 160 मस्जिदों और 106 मंदिरों से लाउड स्पीकर उतारे गए। शेरकोट में 32 मस्जिदों से और 42 मंदिरों से लाउडस्पीकर उतारे गए है।
पश्चिम यूपी के सभी शहरों गांव कस्बो में पुलिस प्रशासन ने एक हफ्ते पहले धार्मिक स्थलों को नोटिस जारी करके उनके यहाँ लगे लाउड स्पीकर को उतारने के लिए एक हफ्ते का समय दिया था। नोटिस में सुप्रीम कोर्ट के दिशा निर्देशों का भी हवाला दिया गया था। इसके साथ ही सभी बारातघर स्वामियों को डीजे रात्रि दस बजे तक बजाने और इनकी आवाज को परिसर तक ही सीमित करने की हिदायत दी गयी है।
वहीं मेरठ बिजनौर सहारनपुर शामली आदि के प्रशासनिक अधिकारियों ने उलेमाओं और संत समाज के प्रतिनिधियों से बातचीत करके खुद ही लाउडस्पीकर उतारने का अनुरोध किया था। जिसके बाद पश्चिमी उत्तर प्रदेश में 809 स्थानों से लाऊडस्पीकर उतार दिए गए है। हालांकि देवबंद के कुछ मदरसों में लगे स्पीकर्स को उतरवाने के लिए पुलिस को जाना भी पड़ा।
मुजफ्फरनगर जमीयत उलेमा ऐ हिन्द के उलेमाओं ने प्रशासन से रमजान खत्म होने तक लाउड स्पीकर लगाए रखने की अपील की थी जिसे जिला प्रशासन ने खारिज करते हुए कहा कि परिसर के भीतर आवाज तक के स्पीकर वो लगा सकते है।
राज्य गृह विभाग के अपर मुख्य सचिव अवनीश अवस्थी ने बीते दिनों शासनदेश जारी करते हुए सभी थानों को निर्देशित किया था कि विशेष अभियान चलाकर अवैध और तेज आवाज में बजने वाले लाउडस्पीकर को हटाया जाए। 30 अप्रैल तक कार्रवाई की रिपोर्ट शासन को भेजनी है और ऐसा न करने पर संबंधित थाना इंचार्ज के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। इसके बाद पुलिस ने जिला प्रशासन और सभी धर्मों के सहयोग से लाउडस्पीकर को उतारने का काम शुरु किया।
कहां कितने उतारे गए लाउडस्पीकर
- आगरा जोन – 413
- मेरठ जोन – 1204
- बरेली जोन – 1070
- लखनऊ जोन – 2395
- कानपुर जोन – 1056
- प्रयागराज जोन – 1172
- गोरखपुर जोन – 1788
- वाराणसी जोन – 1366
- कानपुर कमिश्नरेट – 80
- लखनऊ कमिश्नरेट -190
- गौतमबुद्धनगर कमिश्नरेट -19
- वाराणसी कमिश्नरेट -170
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