रूस-यूक्रेन के बीच जारी युद्ध और विश्व के अनेक देशों के रूस पर प्रतिबंध लगाने के बाद रूस में भारतीय उत्पादों की मांग तेजी से बढ़ गई है। ऐसे में भारत के लिए अपने उत्पादों का रूस में बाजार बनाने का यह बड़ा अवसर है। कन्फेडरेश ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स (कैट) ने कहा कि इस अवसर को पूरा करने के लिए देश के व्यापारी तैयार हैं।
कारोबारी संगठन कैट ने मंगलवार को जारी एक बयान में कहा कि यह मौका देश के छोटे निर्माताओं और व्यापारियों के लिए निर्यात का एक बड़ा अवसर लेकर आया है। मौजूदा हालात में कई रूसी व्यापारिक घरानों ने आपूर्तिकर्ताओं का पता लगाने के लिए कैट से सहायता के लिए संपर्क किया है। दरअसल, अबतक रूस को बढ़ी मात्रा में अमेरिका, इंग्लैंड और यूरोपियन देशों से सामानों का निर्यात होता था, जो रूस पर प्रतिबंधों के चलते नहीं किया जा रहा है।
कैट के राष्ट्रीय महामंत्री प्रवीन खंडेलवाल ने कहा कि कैट अपनी राज्य इकाइयों के माध्यम से विभिन्न छोटे निर्माताओं, वितरकों और व्यापारियों की पहचान की है, जो रूस से कैट को मिली पहली सूची के मुताबिक रूसी जरूरतों को पूरा करने में सक्षम हैं। उन्होंने कहा कि व्यापारियों की प्रतिक्रिया उत्साहजनक है। वहीं, विनिर्माण इकाइयां और कारोबारी रूस को माल की आपूर्ति करने के इच्छुक हैं। ऐसे में जरूरतों के विवरण, इसके ट्रांसपोर्टेशन, भुगतान और अन्य मुद्दों पर चर्चा की जा रही है।
खंडेलवाल ने कहा कि कैट ने इस मुद्दे पर गंभीरता से चर्चा के लिए देश के सभी राज्यों के व्यापारी नेताओं की एक बैठक आगामी 4 मई, 2022 को नई दिल्ली में बुलाई है। उन्होंने कहा कि हमें उम्मीद है कि बहुत जल्द इसकी संरचना पूरी हो जाएगी। क्योंकि हम रूस को भारतीय उत्पादों के निर्यात में भारी वृद्धि देख रहे हैं। वहीं, भारतीय व्यापारी भी रूस को भारतीय उत्पादों का निर्यात करने के लिए इच्छुक हैं।
(सौजन्य सिंडिकेट फीड)
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