केन्द्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री डॉ. मनसुख मंडाविया ने विश्व मलेरिया दिवस के मौके कहा कि केन्द्र सरकार के प्रयासों से साल 2015 की तुलना में 2021 में मलेरिया के मामलों में 86.45 प्रतिशत और मलेरिया से संबंधित मौतों में 79.16 प्रतिशत की कमी आई है। देश के 124 जिलों में ‘शून्य मलेरिया मामले’ दर्ज किए गए हैं। उन्होंने कहा कि केवल निदान और उपचार ही नहीं मलेरिया नियंत्रण के बारे में सामाजिक जागरूकता इस संबंध में तय लक्ष्य को पूरा करने के लिए महत्वपूर्ण है।
जमीनी स्तर पर काम करने की आवश्यकता पर बल
विश्व मलेरिया दिवस के मौके पर डॉ. मंडाविया ने राष्ट्रीय एवं राज्यों के प्रयासों के माध्यम से मलेरिया उन्मूलन को प्राथमिकता देने का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि प्रौद्योगिकी और नवाचार का लाभ भारत की मलेरिया उन्मूलन योजना को आगे बढ़ाने में मदद करेगा और बेहतर स्वास्थ्य, जीवन की गुणवत्ता और गरीबी उन्मूलन में योगदान देगा। आशा, एएनएम सहित जमीनी स्तर के फ्रंटलाइन स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं को सहयोगी संगठनों के साथ मिलकर काम करने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि ई-संजीवनी” ने टेली-परामर्श और टेली-रेफरेंसिंग के लिए मार्ग दिखाया है जिसका व्यापक स्तर पर मलेरिया सहित विभिन्न स्वास्थ्य समस्याओं के निदान और उपचार के लिए उपयोग किया जा रहा है।
विश्व मलेरिया दिवस 2022 के उपलक्ष्य में नई दिल्ली, लखनऊ, भुवनेश्वर और नागपुर के रेलवे स्टेशनों को रोशन किया जाएगा।
(सौजन्य सिंडिकेट फीड)
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