पूरे देश में स्वच्छ भारत मिशन योजना के अंतर्गत सार्वजनिक स्थानों के साथ—साथ गांव—गांव में शौचालय बनाए जा रहे हैं, लेकिन बिहार के गया में कांग्रेस कार्यालय में भी इस योजना से शौचालय बनवाए गए। इसे आप कांग्रेसियों द्वारा आम व्यक्ति के अधिकारों पर डाका डालना भी कह सकते हैं।
कई दशक तक देश पर एकछत्र राज करने वाली कांग्रेस पार्टी अपने कार्यालयों में भी शौचालय नहीं बनवा सकी। अब जब मोदी सरकार स्वच्छ भारत मिशन योजना के अंतर्गत पूरे देश में शौचालय बनवा रही है, तब कांग्रेस ने अपने कार्यालय में भी इसी योजना के पैसे से शौचालय बनवाए। इसका एक उदाहरएा है गया का कांग्रेस कार्यालय।
बता दें कि इन दिनों केंद्रीय जल शक्ति एवं जनजातीय विभाग के राज्यमंत्री विश्वेश्वर टुडू केंद्रीय योजनाओं के कार्यान्वयन की स्थिति जानने के लिए बिहार के दौरे पर हैं। इसी क्रम में उन्हें पता चला कि कांग्रेस के गया जिला कार्यालय राजेंद्र आश्रम परिसर में स्वच्छ भारत योजना के पैसे से शौचालय बनवाए गए हैं। इस पर उन्होंने कांग्रेस का नाम लिए बिना कहा कि स्वच्छ भारत मिशन योजना के अंतर्गत एक राजनीतिक दल के कार्यालय में शौचालय बनवाए गए। यही नहीं, उन्होंने यह भी कहा कि सरकारी जमीन पर कब्जा करके प्रधानमंत्री आवासीय योजना के अंतर्गत मकान भी बनवाए गए हैं। उन्होंने यह भी कहा कि निर्माण में बड़े स्तर पर गड़बड़ी की गई है। वे इसकी रिपोर्ट प्रधानमंत्री कार्यालय को देंगे। अब मामले की जांच के लिए एक दल भी आएगा।
इस पर कांग्रेस के जिला अध्यक्ष चंद्रिका प्रसाद ने सफाई देते हुए कहा है कि उन्होंने कुछ महीने पहले नगर निगम प्रशासन को पत्र लिखकर कांग्रेस कार्यालय परिसर में शौचालय बनवाने का आग्रह किया था। अब नगर निगम ने किस योजना से शौचालय बनवाए हैं, इसकी जानकारी उन्हें नहीं है। वहीं, नगर निगम के सहायक अभियंता विनोद प्रसाद ने बताया कि कांग्रेस के जिला कार्यालय में केंद्र सरकार की स्वच्छ भारत मिशन योजना के अंतर्गत शौचालय बनवाए गए हैं। यह भी पता चला है कि इन शौचालयों की देखरेख करने की जिम्मेदारी रांची की एक एजेंसी को दी गई है, जिसे प्रतिमाह 18,161 रु. का भुगतान किया जाता है।
उल्लेखनीय है कि स्वच्छ भारत मिशन योजना के अंतर्गत गया शहर में 125 सार्वजनिक स्थलों पर शौचालय बनने वाले हैं। इनमें से 44 स्थानों पर शौचालय बन भी गए हैं। इनमें से एक स्थान कांग्रेस कार्यालय है। यानी यहां भी कांग्रेसियों ने कुछ अधिकारियों से मिलकर भ्रष्टाचार किया। स्वच्छ भारत मिशन योजना के अंतर्गत सार्वजनिक स्थानों पर शौचालय बनने हैं, लेकिन कांग्रेसी नेताओं ने इसका दुरुपयोग करते हुए अपने कार्यालय में ही शौचालय बनवा लिए।
यह भी बता दें कि स्वच्छ भारत मिशन योजना के अंतर्गत जहां भी शौचालय बनाए जाते हैं, वहां इस योजना का बोर्ड भी लगाया जाता है, लेकिन कांग्रेस कार्यालय में बने इन शौचालयों के बाहर ऐसा कोई बोर्ड नहीं है।
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