राजभवन में हुई राज प्रज्ञेश्वर देव की प्राण प्रतिष्ठा, राज्यपाल ने कहा- महाकाल के आदेश से ही होता है सब
July 11, 2025
  • Read Ecopy
  • Circulation
  • Advertise
  • Careers
  • About Us
  • Contact Us
android app
Panchjanya
  • ‌
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • अधिक ⋮
    • जीवनशैली
    • विश्लेषण
    • लव जिहाद
    • खेल
    • मनोरंजन
    • यात्रा
    • स्वास्थ्य
    • धर्म-संस्कृति
    • पर्यावरण
    • बिजनेस
    • साक्षात्कार
    • शिक्षा
    • रक्षा
    • ऑटो
    • पुस्तकें
    • सोशल मीडिया
    • विज्ञान और तकनीक
    • मत अभिमत
    • श्रद्धांजलि
    • संविधान
    • आजादी का अमृत महोत्सव
    • मानस के मोती
    • लोकसभा चुनाव
    • वोकल फॉर लोकल
    • जनजातीय नायक
    • बोली में बुलेटिन
    • पॉडकास्ट
    • पत्रिका
    • ओलंपिक गेम्स 2024
    • हमारे लेखक
SUBSCRIBE
  • ‌
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • अधिक ⋮
    • जीवनशैली
    • विश्लेषण
    • लव जिहाद
    • खेल
    • मनोरंजन
    • यात्रा
    • स्वास्थ्य
    • धर्म-संस्कृति
    • पर्यावरण
    • बिजनेस
    • साक्षात्कार
    • शिक्षा
    • रक्षा
    • ऑटो
    • पुस्तकें
    • सोशल मीडिया
    • विज्ञान और तकनीक
    • मत अभिमत
    • श्रद्धांजलि
    • संविधान
    • आजादी का अमृत महोत्सव
    • मानस के मोती
    • लोकसभा चुनाव
    • वोकल फॉर लोकल
    • जनजातीय नायक
    • बोली में बुलेटिन
    • पॉडकास्ट
    • पत्रिका
    • ओलंपिक गेम्स 2024
    • हमारे लेखक
Panchjanya
panchjanya android mobile app
  • होम
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • विश्लेषण
  • मत अभिमत
  • रक्षा
  • धर्म-संस्कृति
  • पत्रिका
होम भारत

राजभवन में हुई राज प्रज्ञेश्वर देव की प्राण प्रतिष्ठा, राज्यपाल ने कहा- महाकाल के आदेश से ही होता है सब

राज्यपाल गुरमीत सिंह ने पत्नी के साथ मंगलवार को राजभवन के परिसर में शास्त्रीय विधि से प्राण प्रतिष्ठा, पूजन और अभिषेक द्वारा राज प्रज्ञेश्वर महादेव शिवलिंग की प्राण प्रतिष्ठा की। उन्होंने कहा कि यह कार्य महाकाल के हुक्म से होता है।

by उत्तराखंड ब्यूरो
Apr 19, 2022, 03:34 pm IST
in भारत, उत्तराखंड
शिवलिंग की प्राण प्रतिष्ठा करते हुए राज्यपाल और उनकी पत्नी

शिवलिंग की प्राण प्रतिष्ठा करते हुए राज्यपाल और उनकी पत्नी

FacebookTwitterWhatsAppTelegramEmail

राजभवन देहरादून में शिवालय की स्थापना आज विधि विधान से की गई। शिवलिंग की प्राण प्रतिष्ठा करने के बाद राज्यपाल गुरमीत सिंह ने कहा कि यह कार्य महाकाल के हुक्म से होता है। उनकी इच्छा से ही यहां राज प्रज्ञेश्वर की यहां प्राण प्रतिष्ठा हुई है। राज्यपाल गुरमीत सिंह ने पत्नी के साथ मंगलवार को राजभवन के परिसर में शास्त्रीय विधि से प्राण प्रतिष्ठा, पूजन और अभिषेक द्वारा राज प्रज्ञेश्वर महादेव शिवलिंग की प्राण प्रतिष्ठा की। नर्मदा नदी से प्रकट हुए शिवलिंग की वैदिक मंत्रोचारण के साथ विधि विधान से प्राण प्रतिष्ठा की गई। इस अवसर पर राज्यपाल गुरमीत सिंह ने कहा कि राजभवन प्रांगण में शिवलिंग को स्थापित करने का उद्देश्य उत्तराखण्ड और उत्तराखण्डवासी के लिए शांति, समृद्धि और विकास के लिए कामना करना है। उत्तराखण्ड देवभूमि है और यहां कण-कण में ईश्वर का वास है।

शिवलिंग की प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम

राज्यपाल गुरमीत सिंह ने कहा कि यह शिवलिंग हरिद्वार स्थित देव संस्कृत विश्वविद्यालय परिसर में स्थापित प्रज्ञेश्वर शिवलिंग के साथ मिले 9 शिवलिंग में से एक है। उन्होंने कहा कि नर्मदा नदी में प्रज्ञेश्वर महादेव के साथ 9 अन्य शिवलिंग एक साथ मिले थे, जिन्हें पहले देव संस्कृत विश्वविद्यालय परिसर में रखा गया था। इन 9 शिवलिंग में से एक शिवलिंग अमेरिका के कैलीफोर्निया और एक ह्यूस्टन में स्थापित किया जा चुका है। जबकि तीसरे शिवलिंग की प्राण प्रतिष्ठा आज राजभवन में की गई है। उन्होंने कहा कि राजभवन में महादेव की स्थापना एक अत्यंत भावुक क्षण है जिसे शब्दों में व्यक्त नहीं किया जा सकता। राज्यपाल ने कहा कि शंकर का यह तीसरा रूप इसलिए विशेष है क्योंकि तीसरा, त्रिशूल का प्रतीक है।

शिवलिंग की प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम

राज्यपाल ने कहा कि हमारे देश की सबसे बड़ी विशेषता समरसता है। यहां हर समुदाय, सभ्यता और संस्कृति की विशिष्ट पहचान है और सब मिलकर रहते हैं। उन्होंने कहा कि हम सब एक हैं और हमारे राष्ट्र के समक्ष विश्वगुरु के रूप एक बड़ी जिम्मेदारी है। देव संस्कृति विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ चिन्मय पण्ड्या एवं आचार्यों ने वैदिक विधि विधान से शिव प्राण प्रतिष्ठा, पूजन अर्चन सम्पन्न कराया। राज्यपाल ने सभी आचार्यों का आभार एवं धन्यवाद व्यक्त किया। इस अवसर पर राज्यपाल की पत्नी गुरमीत कौर एवं परिवार के सदस्यों सहित राजभवन के अधिकारी कर्मचारी उपस्थित रहे।

अमेरिका में दो शिवलिंग
देव संस्कृत विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ चिन्मय पण्ड्या ने बताया कि नर्मदा नदी में प्रज्ञेश्वर महादेव के साथ 9 अन्य शिवलिंग एक साथ मिले थे, जिन्हें पहले देव संस्कृत विश्वविद्यालय परिसर में रखा गया था। इन 9 शिवलिंग में से एक शिवलिंग अमेरिका के कैलीफोर्निया और एक ह्यूस्टन में स्थापित किया जा चुका है। जबकि तीसरे शिवलिंग की प्राण प्रतिष्ठा राजभवन में की जा रही है। उन्होंने कहा कि पूर्व में उपराष्ट्रपति के हरिद्वार दौरे के समय राज्यपाल गुरमीत सिंह ने प्रज्ञेश्वर महादेव शिवलिंग के दर्शन कर इनमें से एक शिवलिंग को राजभवन में स्थापित करने की आस्था प्रकट की थी।

Topics: Uttarakhand Raj Bhavanराज प्रज्ञेश्वरराजभवन में शिवलिंगगुरमीत सिंहRaj Pragyaneshwar DevShivling in Raj BhavanGurmeet Singhuttarakhand newsउत्तराखंड समाचारउत्तराखंड राजभवन
Share1TweetSendShareSend
Subscribe Panchjanya YouTube Channel

संबंधित समाचार

उत्तराखंड : सील पड़े स्लाटर हाउस को खोलने के लिए प्रशासन पर दबाव

प्रतीकात्मक तस्वीर

उत्तराखंड में भारी बारिश का आसार, 124 सड़कें बंद, येलो अलर्ट जारी

प्रतीकात्मक तस्वीर

12 साल बाद आ रही है हिमालय सनातन की नंदा देवी राजजात यात्रा

प्रतीकात्मक तस्वीर

उधम सिंह नगर जिले में बनभूलपुरा की तरह पनप रही अवैध बस्तियां

धातु की प्लेट लगाकर ATM ठगी, पुलिस ने सावेज और गुलफाम को किया गिरफ्तार

उत्तराखंड : धामी कैबिनेट ने कोकून MSP बढ़ाई, A‑ग्रेड अब ₹440 प्रति किलो

टिप्पणियाँ

यहां/नीचे/दिए गए स्थान पर पोस्ट की गई टिप्पणियां पाञ्चजन्य की ओर से नहीं हैं। टिप्पणी पोस्ट करने वाला व्यक्ति पूरी तरह से इसकी जिम्मेदारी के स्वामित्व में होगा। केंद्र सरकार के आईटी नियमों के मुताबिक, किसी व्यक्ति, धर्म, समुदाय या राष्ट्र के खिलाफ किया गया अश्लील या आपत्तिजनक बयान एक दंडनीय अपराध है। इस तरह की गतिविधियों में शामिल लोगों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी।

ताज़ा समाचार

‘पाञ्चजन्य’ ने 2022 में ही कर दिया था मौलाना छांगुर के मंसूबों का खुलासा

Europe Migrant crisis:

Europe Migrant crisis: ब्रिटेन-फ्रांस के बीच ‘वन इन, वन आउट’ डील, जानिए क्या होगा असर?

अर्थ जगत: कर्ज न बने मर्ज, लोन के दलदल में न फंस जाये आप; पढ़िये ये जरूरी लेख

जर्मनी में स्विमिंग पूल्स में महिलाओं और बच्चियों के साथ आप्रवासियों का दुर्व्यवहार : अब बाहरी लोगों पर लगी रोक

सेना में जासूसी और साइबर खतरे : कितना सुरक्षित है भारत..?

उत्तराखंड में ऑपरेशन कालनेमि शुरू : सीएम धामी ने कहा- ‘फर्जी छद्मी साधु भेष धारियों को करें बेनकाब’

जगदीप धनखड़, उपराष्ट्रपति

इस्लामिक आक्रमण और ब्रिटिश उपनिवेशवाद ने भारतीय शिक्षा व्यवस्था को नुकसान पहुंचाया : उपराष्ट्रपति धनखड़

Uttarakhand Illegal Madarsa

बिना पंजीकरण के नहीं चलेंगे मदरसे : उत्तराखंड हाईकोर्ट ने दिए निर्देश

देहरादून : भारतीय सेना की अग्निवीर ऑनलाइन भर्ती परीक्षा सम्पन्न

इस्लाम ने हिन्दू छात्रा को बेरहमी से पीटा : गला दबाया और जमीन पर कई बार पटका, फिर वीडियो बनवाकर किया वायरल

  • Privacy
  • Terms
  • Cookie Policy
  • Refund and Cancellation
  • Delivery and Shipping

© Bharat Prakashan (Delhi) Limited.
Tech-enabled by Ananthapuri Technologies

  • Search Panchjanya
  • होम
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • विश्लेषण
  • लव जिहाद
  • खेल
  • मनोरंजन
  • यात्रा
  • स्वास्थ्य
  • धर्म-संस्कृति
  • पर्यावरण
  • बिजनेस
  • साक्षात्कार
  • शिक्षा
  • रक्षा
  • ऑटो
  • पुस्तकें
  • सोशल मीडिया
  • विज्ञान और तकनीक
  • मत अभिमत
  • श्रद्धांजलि
  • संविधान
  • आजादी का अमृत महोत्सव
  • लोकसभा चुनाव
  • वोकल फॉर लोकल
  • बोली में बुलेटिन
  • ओलंपिक गेम्स 2024
  • पॉडकास्ट
  • पत्रिका
  • हमारे लेखक
  • Read Ecopy
  • About Us
  • Contact Us
  • Careers @ BPDL
  • प्रसार विभाग – Circulation
  • Advertise
  • Privacy Policy

© Bharat Prakashan (Delhi) Limited.
Tech-enabled by Ananthapuri Technologies