यूपी में योगी सरकार के द्वारा अवैध इमारतों को गिराने के मामले में मुस्लिम उलेमाओं में बेचैनी बढ़ रही है। उलेमाओं का आरोप है कि ये सिर्फ मुस्लिमों की इमारतों पर ही बुलडोजर चलाए जा रहे हैं। इस मामले को लेकर उलेमा सुप्रीम कोर्ट पहुंच गए हैं।
जमीयत उलेमा-ए-हिन्द के प्रमुख मौलाना अरशद मदनी ने योगी सरकार पर बुलडोजर से मुस्लिमों की इमारतों को गिराने का आरोप लगाया है। उन्होंने कहा है कि बिना अदालत के आदेश के इन इमारतों को गिराया नहीं जा सकता और इस मामले को लेकर हमने सुप्रीम कोर्ट में अर्जी दी है।
मौलाना मदनी ने कहा कि बुलडोजर का खौफ पैदा किया जा रहा है। मुस्लिमों पर जुल्म ढाया जा रहा है। उधर देवबंद के दारुल उलूम के मोहतमिम मौलाना मुफ्तीअबुल कासिम ने कहा है कि मुस्लिमों को इस्लाम की तालीम से जिंदगी बसर करनी चाहिए। अपने मजहब की सही तस्वीर पेश की जानी चाहिए। उन्होंने कहा कि छतों से पत्थर फेंकने से अच्छा है बिना मौत से डरे हुए मुकाबला करना चाहिए। मौलाना ने कहा कि जब जानमाल, आबरू इज्जत पर कोई हाथ डाले तो आमने सामने का मुकाबला करना चाहिए।
मुस्लिम उलेमा ये भी कहते हैं कि अजान को लेकर हमारे हक को छीना जा रहा है और इसे बेवजह तूल दिया जा रहा है, ताकि माहौल बिगड़े। उन्होंने कहा कि पीएम मोदी को इस बारे में साफ कहना चाहिए कि उनके मुल्क में अल्पसंख्यकों के साथ भेदभाव अत्याचार नहीं होगा।
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